इतने सारे जानवरों में आखिर कुत्ता ही इंसान का सबसे बड़ा साथी क्यों बना? वैज्ञानिक इस पर लगातार रिसर्च कर रहे हैं. एक नई किताब का दावा है कि कुत्ता सबसे अधिक प्यार का भूखा होता है.
जानवरों में प्यार का अनुभव उनके लिए अभिशाप माना जाता था. उनका अध्ययन करने वाले मनोवैज्ञानिक मानते थे कि ऐसा करना भावुकता को वैज्ञानिक सोच से परे हट कर देखने जैसा है. अब एक नई किताब की दलील है कि अगर बात कुत्तों की हो, तो उन्हें और इंसानों से उनके रिश्ते को समझने के लिए प्यार को जानना जरूरी है.
किताब के लेखक का मानना है कि इतिहास में इंसान और किसी दूसरे जीव के अब तक के सबसे गहरे संबंध को सिर्फ इसी के जरिए जाना जा सकता है. एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी में केनाइन साइंस कोलैबोरेटरी के संस्थापक क्लाइव वायने ने इस बार में डॉग इज लवः वाय एंड हाओ योर डॉग लव्स यू” में इस पर विस्तार से चर्चा की है.
जानवरों के मनोवैज्ञानिक वायने ने 21वी सदी के शुरुआती सालों में कुत्तों पर अध्ययन शुरू किया. अपने सहकर्मियों की तरह वह भी यही मानते रहे कि कुत्तों की जटिल भावनाओं को इसके लिए जिम्मेदार मानना उन्हें इंसान जैसा समझने की भूल होगी. हालांकि बाद में कुछ ऐसे सबूत उनके सामने आए जिनकी अनदेखी नहीं की जा सकती. वायने ने समाचार एजेंसी एएफपी से कहा, “मेरा ख्याल है कि एक ऐसा वक्त आया जब अपने संदेहों पर संदेह जताना जरूरी हो गया.”