ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि उनका देश परमाणु रिएक्टर को पुन: शुरू करेगा और ऐसी स्थिति की ओर लौट जाएगा जिसमें प्लूटोनियम उत्पादन संभव होगा। उसने कहा कि रविवार को वह यूरेनियम संवर्धन सीमा पार कर जाएगा। ईरानी राष्ट्रपति ने बुधवार को यह चेतावनी दी कि अगर परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर करने वाले सभी देश यदि अपनी जिम्मेदारियों को पूरा नहीं करते हैं तो वह ऐसा जरूर करेगा।
रूहानी ने ईरान के सरकारी टेलीविजन पर कहा, “हम सात जुलाई से अराक परमाणु रिएक्टर के मामले में उस पुरानी स्थिति में लौट जाएंगे जिसे दूसरे देश खतरनाक मानते हैं। इसके तहत प्लूटोनियम उत्पादन संभव होगा।” सोमवार को ईरान ने यह घोषणा की थी कि वह 300 किलोग्राम की संवर्धित यूरेनियम की सीमा पार कर चुका है और अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने इसकी पुष्टि की थी।
राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि सात जुलाई को हमारा यूरेनियम संवर्धन स्तर 3.67 फीसदी नहीं रह जाएगा। ईरान इस प्रतिबद्धता को दरकिनार कर देगा। चेताया कि अगर वह परमाणु कार्यक्रम के लिए संवर्धित यूरेनियम की तय सीमा पार करता है तो उसे परेशानी हो सकती है।
वर्ष 2015 में ईरान ने अमेरिका, चीन, रूस, जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। ईरान ने उस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों को हटाने के बदले अपने परमाणु कार्यक्रम को सीमित करने पर सहमति जतायी थी।
President Hassan Rouhani of Iran said the country would "take the next step" in enriching uranium beyond levels specified under the 2015 nuclear deal https://t.co/C7eY4D3JPy
— The New York Times (@nytimes) July 3, 2019
एक शीर्ष ईरानी सैन्य कमांडर ने बुधवार को चेतावनी दी कि देश के पास ‘गुप्त हथियार’ हैं, जिससे वह किसी भी स्थिति से निपट सकता है। उनका यह बयान इजरायल के विदेश मंत्री के बयान पर आया है। उन्होंने कहा था कि फारस की खाड़ी में किसी भी संभावित सैन्य वृद्धि से ईरान और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच तनाव बढ़ रहा है। ईरानी सेना के खतम ओल-अनबिया एयर डिफेंस बेस ब्रिगेड के कमांडर-जनरल अलिर्जा सबाही फार्ड के हवाले से बताया गया है कि हमारे निरोध और गुप्त हथियारों ने 200 मील दूर (ईरानी सीमाओं से) हॉर्मुज में गंदी दुश्मन को रोका है। ईरान के फार्स ने बुधवार को तेहरान में एक मंच से यह संदेश दिया।