केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शुक्रवार को कहा कि उनका मंत्रालय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के कथन पर अमल करते हुए अगले पांच वर्षों में अल्पसंख्यकों के विकास के लिए ‘3ई- एजुकेशन, इप्लॉयमेंट और इम्पावरमेंट’ (शिक्षा, रोजगार और सशक्तीकरण) को प्राथमिकता देगा।
नकवी ने यहां मंत्रालय का कार्यभार संभाला। वह लगातार दूसरी बार अल्पसंख्यक कार्य मंत्री बनाए गए हैं।
नरेंद्र मोदी सरकार के एकमात्र मुस्लिम चेहरा नकवी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी और हमारी सरकार की प्राथमिकता समाज के आखिरी पायदान पर खड़े उस व्यक्ति के विकास को लेकर है जिस तक विकास की रोशनी नहीं पहुंची है। इसमें बहुत बडी संख्या में अल्पसंख्यक समाज के लोग हैं। अल्पसंख्यक समाज का राजनीतिक शोषण तो किया गया, लेकिन उसका सामाजिक-आर्थिक सशक्तीकरण नहीं किया गया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ अल्पसंख्यकों के लिए हमारी प्राथमिकता ‘3ई- एजुकेशन, इप्लॉयमेंट और इम्पावरमेंट’ (शिक्षा, रोजगार और सशक्तीकरण) होगी। हम विशेष रूप से लड़कियों के शैक्षणिक सशक्तीकरण के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाएंगे। अल्पसंख्यक समाज के जिन इलाकों में शिक्षा से जुड़ा बुनियादी ढांचे नहीं है वहां हमारी कोशिश होगी कि शिक्षण संस्थानों का निर्माण युद्ध स्तर पर करें।’’
नकवी ने कहा, ‘‘हमने पहले भी अल्पसंख्यक समाज के दस्तकारों, शिल्पकारों और कारीगरों को रोजगार मुहैया कराए हैं। अब हम उस अभियान को बड़े स्तर पर चलाएंगे। हमने 100 दिनों का जो एजेंडा तैयार किया है उसमें अल्पसंख्यकों को रोजगार के अवसर मुहैया कराने को प्राथमिकता दी गई है।’’
उन्होंने यह भी कहा, ‘‘ विभिन्न योजनाओं और दूसरे मंत्रालयों के साथ समन्वय बनाकर अल्पसंख्यकों के विकास पर जोर देंगे ताकि उनका सशक्तीकरण हो।’’
नकवी ने संसद के केंद्रीय कक्ष में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ वाले कथन का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘ पिछले पांच वर्षों में समाज का कोई तबका नहीं कह सकता कि विकास में उसके साथ किसी तरह का भेदभाव किया गया है। सभी वर्गों तक विकास की रोशनी पहुंचे, यही कोशिश हमारी आगे भी होगी।’’ उन्होंने कहा कि वक्फ संपत्तियों के विकास और उनके रिकॉर्ड का पूरी तरह डिजिटलीकरण तथा हज यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने पर पूरा ध्यान दिया जाएगा।