भारत में सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा विभिन्न शहरों का नाम बदले जाने की उसके सहयोगी दलों ने ही कड़ी आलोचना की है।
भाजपा के घटक दल शिवसेना ने कहा कि उत्तर प्रदेश के शहरों का पुन:नामकरण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अगले साल के लोकसभा चुनाव से पहले मतदाताओं को लुभाने के लिए ‘लॉलीपॉप’ है। शिवसेना ने अयोध्या में श्रीराम की मूर्ति बनाने की आदित्यनाथ की घोषणा की भी निंदा की और कहा कि सरकार लोगों को गुमराह करने के लिए अयोध्या कार्ड खेल रही है क्योंकि वह सभी मोर्चो पर विफल रही है।
शिवसेना ने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने फ़ैज़ाबाद का नाम बदलकर अयोध्या कर दिया और उससे पहले इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किया था यह आगामी आम चुनाव के दृष्टिगत भाजपा का लॉलीपॉप है।
इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने भी योगी सरकार के मुग़लसराय रेलवे स्टेशन, इलाहाबाद और फ़ैज़ाबाद का नाम बदलने के फ़ैसले का विरोध करते हुए इसे मुद्दों से भटकाने के लिए किया गया नाटक बताया है।
उन्होंने भाजपा सरकार को नसीहत की है कि वह शहरों का नाम बदलने से पहले अपने मुस्लिम नेताओं का नाम बदले। उन्होंने भाजपा के तीन मुस्लिम नेताओं शहनवाज़ हुसैन, मुख्तार अब्बास नक़वी और मोहसिन रज़ा का नाम लेते हुए कहा कि भाजपा शहरों का नाम बदलने से पहले इन मुस्लिम नेताओं का नाम बदले।