नई दिल्ली/ चंडीगढ़। आयकर विभाग ने हरियाणा के रेवाड़ी में स्वराज इंडिया के प्रमुख योगेंद्र यादव से जुड़े एक अस्पताल समूह के कई परिसरों से करीब 22 लाख रुपए नकद बरामद किए हैं। इससे पहले यह सूचना मिली थी कि अस्पताल समूह ने गहने खरीदने के लिए नीरव मोदी की फर्म को नकद भुगतान किया था।
हालांकि, स्वराज इंडिया के प्रमुख यादव ने आरोप लगाया है कि उनकी बहन के अस्पताल पर छापेमारी सिर्फ उन्हें ‘‘डराने’’ और ‘‘चुप’’ कराने के लिए की जा रही है, क्योंकि उन्होंने हरियाणा में किसानों को उनकी फसलों का वाजिब दाम दिलाने के लिए मुहिम शुरू की है। अधिकारियों ने बताया कि कर विभाग ने कलावती अस्पताल और कमला नॄसग होम, इसके मुख्य साझेदार डॉ. गौतम यादव और अन्य के निवास परिसरों की तलाशी ली।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 3 परिसरों की तलाशी आयकर विभाग की हरियाणा जांच शाखा की टीमों द्वारा की जा रही है। करीब 40 कर अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की टीम ने यह कार्रवाई की। समझा जाता है कि गौतम यादव योंगेंद्र यादव की बहन डॉ. नीलम यादव के बेटे हैं। अधिकारियों के मुताबिक कर विभाग ने नीरव मोदी ग्रुप से मिली सूचनाओं के आधार यह कार्रवाई की है। नीरव मोदी दो अरब रुपए के पीएनबी धोखाधड़ी मामले में फरार चल रहा है।
पाया गया है कि गौतम यादव ने हीरा कारोबारी की कंपनी से गहने खरीदने के लिए साढ़े 6 लाख रुपए में से सवा 3 लाख रुपए का नकद भुगतान किया था। उन्होंने बताया कि तलाशी के दायरे में डॉ. नरेंद्र सिंह यादव भी रहे और यादव परिवार के यहां से 22 लाख रुपए नकद मिले। एक अधिकारी ने कहा कि किसी भी व्यक्ति के हाथों में वर्तमान नकद सीमा दो लाख रुपए है और 22 लाख रुपए की इस नकद राशि के स्रोत की जांच की जा रही है।
यादव ने दिन में ट्विटर के माध्यम से आरोप लगाया था कि मोदी सरकार उन्हें डराने के लिए छापेमारी के माध्यम से उनके परिवार को ‘‘निशाना’’ बना रही है। यादव ने ट्वीट किया था, दिल्ली से आई 100 से अधिक लोगों की टीम ने बुधवार सुबह 11 बजे अस्पताल पर छापेमारी की। सभी डॉक्टरों (मेरी बहन, बहनोई और भांजे सहित) को उनके कमरों में बंद कर दिया गया। नवजात शिशुओं के आईसीयू समेत पूरे अस्पताल को सील कर दिया गया। यह डराने की स्पष्ट कोशिश है।
मोदी आप मुझे चुप नहीं करा सकते हैं। विभाग ने यादव के इन आरोपों का खंडन किया कि विभाग की छापेमारी टीमों ने अस्पताल और आईसीयू सील कर दिया क्योंकि कुछ सीजेरियन प्रसव भी उस दौरान हुए। अधिकारियों ने कहा कि अस्पतालों सहित तलाशी वाले परिसरों के सभी सीसीटीवी चालू रखे गये थे और उन्होंने तलाशी प्रक्रिया की रिकॉडिग भी की है।