इंदौर: मध्य प्रदेश के मंदसौर में कुछ बदमाशों ने एक बार फिर ‘निर्भया’ जैसे खौफनाक कांड को अंजाम दिया है। यहाँ 7 साल की मासूम बच्ची के साथ हैवानियत की सारी हदें पार करने वाले दरिंदों ने पूछताछ में खुद बताया कि ये सब उन्होंने पूरी प्लानिंग के साथ किया है।
उन्होंने लंबे समय तक स्कूल के मासूम बच्चों पर नजर रखी थी। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपियों ने उस बच्ची को चुना जो कम उम्र की हो और रेप का विरोध न कर सके।
इस घटना ने पूरे देश को झकझोर के रख दिया है। गुस्साए लोगों की मांग है कि आरोपियों को फांसी की सजा होनी चाहिए। इससे पहले शुक्रवार को मंदसौर पुलिस ने गैंगरेप की घटना के दूसरे आरोपी को अरेस्ट कर लिया।
इस मामले में पकड़े गए पहले आरोपी इरफान (20) ने पुलिस पूछताछ में बताया कि बच्ची से बलात्कार की वारदात में उसके साथ मंदसौर के मदरपुरा का रहने वाला आसिफ भी शामिल था। इसके बाद पुलिस ने इस मामले के दूसरे आरोपी को भी धर दबोचा।
– मासूम बच्ची अभी भी हॉस्पिटल में जिंदगी और मौत से जूझ रही है।
– उसकी कई सर्जरी की गई है। मंदसौर पुलिस ने अपने चौंका देने वाले खुलासे में बताया कि आरोपियों ने बच्ची के बर्बरता की पूरी प्लानिंग की थी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आरोपियों को दरिंदा करार देते हुए शुक्रवार को कहा, ‘ये दरिंदे धरती पर बोझ हैं, ये धरती पर जीवित रहने के लायक नहीं हैं।’ उन्होंने कहा, ‘बलात्कार के मामलों में हमने प्रदेश में फास्ट ट्रैक अदालत में कार्यवाही करने के प्रावधान किए हैं। सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट से भी इस प्रकार के प्रावधान करने का अनुरोध किया है ताकि इस तरह के अपराध करने वाले आरोपियों के खिलाफ शीघ्र अदालती कार्यवाही कर उन्हें फांसी की सजा दी जा सके।’
‘यह दर्दनाक घटना है, हम पीड़ित परिवार के साथ हैं और पीड़िता की हालत पर लगातार ध्यान दे रहे हैं। उसकी हालत में सुधार हो रहा है और मैं डाक्टरों के संपर्क में हूं।’ उन्होंने कहा कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा उसके खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। इस मामले को फास्ट ट्रैक अदालत में चलाया जाएगा और हम यह सुनिश्चत करेंगे कि आरोपी को शीघ्र फांसी की सजा दिलवाई जा सके।