नैनीताल। कैलाश मानसरोवर यात्रा में अब नौ सेना के हेलीकाप्टरों की मदद में ली जाएगी। पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी सी रविशंकर और कुमाऊं मंडल के महाप्रबंधक टीएस मर्तोलिया ने इसकी जानकारी देते हुए बताया की यात्रा में नौ सेना के 3 हेलीकाप्टर की मदद ली जाएगी। इस बीच 15 अधिकारियों के साथ कुल 49 कर्मचारियों की टीम उत्तराखंड के पिथौरागढ़ पहुंचने वाली है। गौरतलब है कि हर वर्ष की तरह संचालित होने वाली कैलाश यात्रा इस वर्ष भी अपने निर्धारित समय पर शुरू हो गयी थी।
11 जून को पहले दल को हरी झंडी दिखा दी थी और 59 यात्रियों पहला दल 12 जून को रवाना हो गया था। पहला दल अल्मोड़ा-धारचूला होते हुए पैदल गूंजी पहुंच गया है। पहले दल ने लखनपुर से बाया बूंदी होते हुए गूंजी तक लगभग 40 किमी की पैदल यात्रा की। दूसरा दल दिल्ली से रवाना हुआ और रात को पहले पड़ाव अल्मोड़ा पहुंच गया था।
रविवार को दल को निर्धारित कार्यक्रम के तहत धारचूला बेस कैम्प पहुंचना था। इसके बाद लखनपुर तक वाहन से सफर करने के बाद आगे की पैदल यात्रा करनी थी लेकिन आज कुमाऊं मंडल विकास निगम और पिथौरागढ़ जिला प्रशासन ने यात्रियों को धारचूला के बजाय पिथौरागढ़ पहुंचा दिया। यात्री दिन में ही पिथौरागढ़ पहुुंच गए थे।
पता चला कि विदेश मंत्रालय के आदेश पर प्रशासन ने 57 यात्रियों वाले दूसरे दल को पिथौरागढ़ के लिए रवाना कर दिया। अब यात्रा यहां से गूंजी तक हेलीकाप्टर से शुरू होगी। मर्तोलिया ने बताया कि तय कार्यक्रम के अनुसार नौ सेना के तीन एमआई-17 हेलीकाप्टर यात्रा में जुटेंगे। इनके साथ ही 49 कर्मचारियों का स्टाफ पिथौरागढ़ पहुंचेगा।