विदेश मंत्रालय की एक अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री अपनी इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के नेताओं के साथ रक्षा क्षेत्र समेत कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। प्रधानमंत्री विभिन्न क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण समझौतों पर भी हस्ताक्षर कर सकते है। सचिव (पूर्व) प्रीति सरन ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी सिंगापुर में एक जून को शंगरी – ला वार्ता में मुख्य भाषण देंगे।
उन्होंने बताया कि ऐसा पहली बार है कि जब एक भारतीय प्रधानमंत्री को मुख्य भाषण देने के लिए आमंत्रित किया गया है। सरन ने बताया कि वार्ता से प्रधानमंत्री को भारत – प्रशांत क्षेत्र में शांति और सुरक्षा पर भारत की नीति के बारे में अपने विचारों को व्यक्त करने का अवसर मिलेगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री अपने मुख्य भाषण के दौरान ‘सागरमाला’ के संबंध में अपनी सोच को साझा कर सकते है। प्रधानमंत्री की इंडोनेशिया की यह पहली और सिंगापुर की दूसरी आधिकारिक यात्रा होगी।