प्राथमिक जानकारी के मुताबिक, स्किड ब्रेक ठीक ढ़ंग से नहीं लगने की वजह से ट्रेन ट्रैक पर बढ़ने लगी. रेलवे अधिकारी ने कहा कि तितलगढ़ से केसिंगा की ओर जाने वाली रेलवे लाइन में ढलान है, जिसकी वजह से ट्रेन आगे की और बढ़ गयी. बाद में रेल विभाग ने दो इंजन लेकर कोच को फिर से स्टेशन पर लाया और उसके बाद यात्रा शुरू हुई.
रेलवे ने कहा, “जब इंजन को ट्रेन के दूसरे छोर में जोड़ने के लिए डिब्बों से अलग किया जाता है तो उनके पहियों में स्किड ब्रेक यानी कोच को रोककर रखने के लिए प्रयुक्त ब्रेक लगाई जाती है. इस मामले में लगता है कि या तो स्किड ब्रेक लगाई ही नहीं गई या ठीक से नहीं लग पाई. विस्तृत जांच से ही इसका पता चल पाएगा.”
रेलवे प्रवक्ता ने कहा, ”इस पूरे मामले में दो कर्मचारियों को लापरवाही की वजह से निलंबित कर दिया गया है. उच्च स्तरीय जांच के लिए टीम गठित की गई है. भविष्य में इस तरह की घटना दोबारा न हो, इसके लिए विशेष ध्यान देने के लिए रेलवे डीआरएम ने निर्देश दिये हैं.”
अहमदाबाद-पुरी सुपर फास्ट एक्सप्रेस शनिवार को बड़े हादसे का शिकार होने से बच गई. ओडिशा के टिटलागढ़ रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के कोच इंजन से अलग हो गए. जिससे ट्रेन बिना इंजन के 10 किलोमीटर तक दौड़ती रही. ट्रेन को काबू करने के लिए ट्रैक पर पत्थर रखे गए और कर्मचारियों ने इसे रोक लिया.
बताया जा रहा है कि ट्रेन में स्किड ब्रेक नहीं लगाए गए थे, जिसके चलते इंजन डिब्बों से अलग हो गए. टिटलागढ़ रेलवे स्टेशन के बाद काफी लंबा ढलान है. इसी वजह से ट्रेन बिना इंजन के आगे बढ़ती रही. हालांकि, ट्रेन में सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं. मामले में रेलवे ने दो कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है.
अहमदाबाद-पुरी सुपर फास्ट एक्सप्रेस ट्रेन केसिंगा जा रही थी. रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, जब इंजन को कोच से अलग किया जाता है, तो उसे दूसरे साइड से दोबारा लगाया जाता है. इस दौरान ट्रेन के कोच को स्थिर रखने के लिए इसके व्हील पर स्किड ब्रेक लगाए जाते हैं, ताकि कोच आगे-पीछे मूवमेंट न करे. बताया जा रहा है कि अहमदाबाद-पुरी सुपर फास्ट एक्सप्रेस में स्किड ब्रेक नहीं लगाया गया था, जिसके कारण ट्रेन आगे निकल गई.
ईस्ट कोस्ट रेलवे के प्रवक्ता ने बताया, “हो सकता है कि स्किड ब्रेक ठीक से नहीं लगाए गए. इसलिए ट्रेन आगे दौड़ गई. हालांकि, इस दौरान किसी भी यात्री को चोट नहीं आई है.”
इस घटना के बाद ट्रेन के डिब्बों को लेने के लिए शनिवार रात करीब 11 बजे टिटलागढ़ से इंजन भेजा गया. डिविजनल रेलवे मैनेजर संबलपुर जयदीप गुप्ता ने मामले में सीनियर ऑफिसर लेवल के जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि मामले में जिम्मेदार दो कर्मचारियों को ड्यूटी से सस्पेंड कर दिया गया है.