रशा टूडे ने टैक्स जस्टिस नेटवर्क की एक रिपोर्ट के आधार पर बताया है कि अर्थ व्यवस्था के ढांचे की दृष्टि से स्विट्जरलैंड दुनिया का सब से भ्रष्ट देश है जब उसके बाद अमरीका और कायमन द्वीप समूह का नंबर आता है।
टैक्स जस्टिस नेटवर्क की रिपोर्ट में बताया गया है कि स्विट्जरलैंड विश्व में टैक्स के चोरों का स्वर्ग है और इसी तरह इस देश में सब से बड़ी गुप्त न्यायिक व्यवस्था भी है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि स्विट्जरलैंड मजबूरी की दशा में विकसित देशों को, लोगों की आर्थिक स्थिति से संबंधित जानकारियां देता है किंतु निर्धन देशों के धनवान नागरिकों को टैक्स चोरी करने में मदद देता है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि स्विट्जरलैंड में दुनिया की सब से बड़ी गुप्त न्यायिक व्यवस्था है।
इस संस्था ने अपनी सूचि विभिन्न देशों के नागरिकों को मनी लांड्रिंग में और टैक्स चोरी में इन देशों की न्यायपालिका की ओर से दी जाने वाली मदद के आधार पर तैयार की है और इस लिए इस सूचि में स्विट्जरलैंड पहले नंबर पर और अमरीका दूसरे नंबर पर है।
टैक्स जस्टिस नेटवर्क ने कई सूत्रीय व्यवस्था के आधार पर विश्व के विभिन्न देशों को अंक दिये। इस व्यवस्था में स्विट्जरलैंड को सब से अधिक 76 नंबर मिले जबकि अमरीका 60 अंकों के साथ दूसरे नंबर पर रहा।
रिपोर्ट के अनुसार अमरीका , अन्य देशों के नागरिकों की गैर कानूनी दौलत एकत्रित करने में काफी आगे है।
सन 2013 में अमरीका इस क्षेत्र में छठे नंबर पर था किंतु सन 2015 में वह दूसरे नंबर पर पहुंच गया।
टैक्स जस्टिस नेटवर्क की सन 2018 की रिपोर्ट में बताया गया है कि अमरीका अन्य देशों के नागरिकों को अपनी गैर कानूनी दौलत अमरीका पहुंचाने के लिए तरह तरह की ” सुविधाएं ” उपलब्ध करता है और इस संदर्भ में इस देश की गुप्त न्यायिक व्यवस्था भी सहयोग करती है।
विश्व के अत्याधिक भ्रष्ट देशों की सूचि में स्विट्जरलैंड और अमरीका के बाद, कायमन द्वीप समूह, हांगकांग, सिंगापुर, लक्ज़म्बर्ग, जर्मनी, संयुक्त अरब इमारात जैसे देशों का नाम आता है।
टैक्स जस्टिस नेटवर्क का मुख्यालय ब्रिटेन में है।