इलाहाबादी सुरूखा और सफेदा की डिमांड पूरी दुनिया, खासकर खाड़ी के सउदी अरब, कुवैत, दुबई, यूएई, कतर, बहरीन, यमन, ओमान, जार्डन आदि देशों हैं। इलाहाबादी सेबिया अमरूद का कोई जोड़ नहीं है। बहुत से लोग तो सेबिया को ही सेब समझ लेते हैं। खास बात यह है कि सेबिया नस्ल का अमरूद किसी दूसरे शहर में पैदा नहीं होता।
अमरूद विटामिन (सी) का भण्डार है। इसमें संतरा और नींबू की तुलना में 4 से 10 गुना अधिक विटामिन (सी) पाया जाता है। इसके सेवन से विटामिन सी, बी व ए की कमी दूर होती है। सी रोग से लड़ने की क्षमता बढ़ाता है। बी शरीर के लिए पौष्टिक एवं ए आंख की रोशनी और दांतों को मजबूत रखता है।
यह हाई एनर्जी फ्रूट है जिसमें भरपूर मात्रा में विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी होते हैं। इसमें पाया जाने वाला विटामिन बी-9 शरीर की कोशिकाओं और डीएनए को सुधारने का काम करता है जबकि इसमें मौजूद पोटैशियम और मैग्नीशियम दिल और मांसपेशियों को दुरुस्त रखकर उन्हें कई बीमारियों से बचाता है तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
इसमें मौजूद लाइकोपीन नामक फाइटो न्यूट्रिएंट्स शरीर को कैंसर और ट्यूमर के खतरे से बचाने में सहायक होते हैं और इसमें पाया जाने वाला विटामिन ए और ई आंखों, बालों और त्वचा को पोषण देता है। अमरूद में पाया जाने वाला बीटा कैरोटीन शरीर को त्वचा संबंधी बीमारियों से बचाता है तथा नियमित सेवन करने से कब्ज की समस्या में राहत मिलती है और यह मेटाबॉलिज्म को सही रखता है जिससे शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित रहता है। इसके अलावा इसकी पत्तियां भी औषधि का काम करती है