नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) ने पहली बार राज्यसभा की अपनी तीन सीटों के लिए नामों की घोषणा की है। पीएसी की बैठक में पार्टी के नेता संजय सिंह, नवीन गुप्ता और सुशील गुप्ता को उम्मीदवार बनाने पर फैसला लिया गया है। नाम घोषणा से पहले बुधवार (03 जनवरी) को सीएम अरविंद केजरीवाल के घर बैठक हुई थी। इसी बैठक में राज्यसभा भेजे जाने वाले नामों पर अंतिम मुहर लगी।
बता दें, कि आप की आठ सदस्यीय पीएसी को बुधवार तक नामों पर अंतिम फैसला करना था। लेकिन प्रदेश के सीएम अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया दोनों ही दिल्ली से बाहर थे। इन दोनों ही नेताओं के लौटते ही नामों पर अंतिम मुहर लग गई।
इससे पहले, यूपी के पार्टी प्रभारी और आप के वरिष्ठ नेता संजय सिंह का राज्यसभा जाना तय माना जा रहा था। उनके नाम पर पहले ही सहमति बन चुकी थी। लेकिन दो अन्य उम्मीदवारों पर सहमति आज बनी। इनमें चार्टर्ड अकाउंटेंट नारायण दास गुप्ता और कारोबारी सुशील गुप्ता का नाम शामिल है।
गौरतलब है, कि आम आदमी पार्टी के साथ जुड़ने से पहले सुशील गुप्ता कांग्रेस में थे। उन्होंने साल 2015 में आम आदमी पार्टी के खिलाफ चुनाव भी लड़ा था। उनका एक पोस्टर काफी चर्चा में आया था। इस पोस्टर में उन्होंने आम आदमी पार्टी के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान भी चलाया था। दरअसल, एक रिपोर्ट में सामने आया था कि केजरीवाल सरकार ने प्रचार-प्रसार के लिए कई करोड़ रुपए खर्च किए हैं। इसके खिलाफ सुशील गुप्ता की अगुवाई में अभियान चला गया था। पोस्टर में लिखा था, कि ‘854 करोड़ रुपए जनता की कमाई, केजरीवाल ने प्रचार में लुटाई।’ तब सुशील गुप्ता ने इसे ‘वसूली दिवस’ का नाम दिया था।
कांग्रेस की विचारधारा से जुड़े रहे सुशील गुप्ता स्कूल कॉलेज और अस्पताल चलाने के साथ समाजसेवा भी करते हैं। सुशील गुप्ता अब केजरीवाल के समर्थक माने जाते हैं और एक साफ छवि रखते हैं। गुप्ता के नाम का ऐलान करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा, कि वह 15,000 बच्चों को मुफ्त शिक्षा देते हैं तो इससे बड़ा काम क्या होगा।