BRD मेडिकल कॉलेज में 7 अगस्त से 12 अगस्त के बीच 30 बच्चों समेत 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी थी।
गोरखपुर. गोरखपुर के बाबा राघव दास (BRD) मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में हुई बच्चों की मौत के मामले में गोरखपुर कलेक्टर ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है।
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इसमें डीएम राजीव रौतेला ने ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली फर्म पुष्पा सेल्स को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही मेडिकल कॉलेज के सस्पेंड प्रिंसिपल आरके मिश्रा और एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट के डॉक्टर सतीश को भी इस ट्रेजेडी की वजह बताया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट में पिटीशन दायर…
– इसी बीच बुधवार को इस मामले को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका (पीआईएल) दायर की गई है।
– इस पिटीशन में ज्युडीशियल इंक्वायरी और मारे गए लोगों के परिवार वालों को मुआवजा देने की मांग की गई है।
– पिटीशन में डॉक्टरों की प्राइवेट प्रैक्टिस पर भी रोक लगाने की भी मांग की गई है। यह पिटीशन एडवोकेट सुनीता शर्मा और सोशल एक्टिविस्ट कमलेश सिंह ने दायर की है।
18 अगस्त को होगी सुनवाई
– इस पिटीशन पर 18 अगस्त को चीफ जस्टिस डीबी भोसले और जस्टिस एमके गुप्ता की बेंच सुनवाई कर सकती है।
– बता दें, 7 अगस्त को हुई मौतों के बाद से ही डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन, हॉस्पिटल और राज्य सरकार की ओर से अलग-अलग बयान आए हैं।
– सरकार का कहना है कि ये मौतें इंसेफलाइटिस से हुई हैं। साथ ही ऑक्सीजन की कमी के चलते मौतों की बात से इनकार कर रही है।