बहरैन के गृहमंत्री ने ईरान विरोधी अपने दावों की पुनरावृत्ति करते हुए एक बार फिर तेहरान पर बहरैन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप का आरोप लगाया है।
शैख़ राशिद बिन अब्दुल्लाह आले ख़लीफ़ा ने सऊदी समाचार पत्र अश्शरक़ुल औसत से वार्ता में दावा किया कि वर्ष 2011 से बहरैन में आरंभ होने वाली अशांति से ईरान बहरैन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहा है।
बहरैन के गृहमंत्री ने वह दावा किया जो कभी भी सिद्ध नहीं हुआ और केवल इस देश के लोगों पर आले ख़लीफ़ा के अपराधों पर पर्दा डालने और उससे आम जनमत का ध्यान भटकाने के लक्ष्य से इस प्रकार का दावा किया।
शैख़ राशिद ने दावा किया कि ईरान, विस्फोट पदार्थों और हथियारों की तस्करी बहरैन में कर रहा है। इसी प्रकार उन्होंने दावा किया कि बहरैनियों को इन हथियारों और विस्फोटक पदार्थों के प्रयोग का प्रशिक्षण देने में भी ईरान की भूमिका है।
ईरान के विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता बहराम क़ासेमी ने बहरैनी अधिकारियों के दावों को रद्द कर दिया और कहा कि बहरैनी अधिकारी आतंरिक कठिनाइयों को नियंत्रित न कर पाने में अपनी विफलता पर पर्दा डालने के लक्ष्य से इस प्रकार के दावे कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बहरैन की सरकार को चाहिये कि वह समस्या से लगातार भागने और पड़ोसियों पर आरोप लगाने के बजाये विरोधी नेताओं से वार्ता आरंभ करने पर आधारित अंतरराष्ट्रीय सिफारिशों का सकारात्मक उत्तर दे।
14 फरवरी 2011 से बहरैन में जनक्रांति जारी है। इस देश के लोग आज़ादी, न्याय और तानाशाही सरकार के स्थान पर लोकतांत्रिक सरकार के गठन की मांग कर रहे हैं परंतु आले ख़लीफ़ा सरकार जनता की वैध मांगों का जवाब गोलियों से और उसका दमन करके दे रही है।