लखनऊ, गैंगरेप केस में गायत्री प्रजापति के खिलाफ आरोप पर 10 जुलाई को सुनवाई. यूपी की राजधानी लखनऊ की विशेष अदालत सोमवार को अखिलेश सरकार में कद्दावर मंत्री रहे गायत्री प्रजापति और छह अन्य आरोपियों के खिलाफ रेप मामले में अब 10 जुलाई को आरोप तय किया जाएगा. गायत्री के वकील की निवेदन पर कोर्ट ने 10 जुलाई को अगली तारीख दी है. इस मामले में क्षेत्राधिकारी राधेश्याम राय ने 824 पेज का आरोप पत्र पेश किया था.
क्षेत्राधिकारी राधेश्याम राय के नेतृत्व में इस मामले की जांच करने वाली विशेष जांच टीम ने गायत्री प्रजापति, उनके गनर चंद्रपाल, रुपेश्वर उर्फ रुपेश, अशोक तिवारी, विकास वर्मा, अमरेंद्र सिंह और आशीष शुक्ला के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए हैं. 18 फरवरी, 2017 को गौतमपल्ली थाने में रेप की प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
इसके बाद गायत्री प्रजापति और अन्य आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इससे पहले इलाहाबाद हाई कोर्ट की एक जांच में खुलासा हुआ था कि गायत्री को जमानत देने के लिए 10 करोड़ रुपये में डील की गई थी. यह खुलासा तब हुआ जब मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डी.बी. भोसले ने गायत्री को जमानत दिए जाने के लिए जांच समिति गठित की थी.
बताते चलें कि समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव जेल में गायत्री प्रजापति से मिलने पहुंचे थे. उनके बीच लगभग 40 मिनट तक बातचीत हुई. मुलाकात के बाद मुलायम सिंह यादव ने पुलिस पर गायत्री प्रजापति के साथ गलत व्यवहार करने का आरोप लगया. उनका कहना था कि इसे लेकर वह सीएम, पीएम और राष्ट्रपति से बात करेंगे.