नई दिल्ली : बिजनेसमैन और प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने सुप्रीम कोर्ट के हाइवे के किनारे शराब पर प्रतिबंध लगाने के आदेश में सुधार करने की मांग की है। Robert vadra
उन्होंने कहा कि इस आदेश से ‘सम्माननीय जगहों’ और उनके कर्मचारियों पर असर नहीं पड़ना चाहिए। बता दें कि वाड्रा की बहन की मौत भी एक सड़क हादसे में शराबी चालक के चलते हुई थी।
अप्रैल 2001 में दिल्ली-जयपुर हाइवे पर शराबी ड्राइवर के कारण मिशेल वाड्रा की मौत हो गई थी।
सोनिया गांधी के दामाद ने फेसबुक पर लिखा, ”यह सड़क सुरक्षा के लिहाज से बड़ा कदम है।
सड़क पर सुरक्षा के नियमों की बेदर्दी से अनदेखी के चलते मैंने एक दुर्भाग्यशाली हादसे में अपनी बहन को खो दिया था।
मैं हाइवे के पास शराब की दुकानों को बंद करने के आदेश को पूरा समर्थन देता हूं। इससे कुछ बड़े प्रतिष्ठानों पर विपरीत असर पड़ सकता है।
उन्होंने आगे लिखा कि इससे होटल इंडस्ट्री पर बहुत बुरा असर पड़ेगा और इससे लगभग 10 लाख कर्मचारी प्रभावित होंगे। वाड्रा की पोस्ट के अनुसार, ”मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कुछ लोग चोरी-छिपे शराब बेच रहे हैं।
यह इस आदेश के उद्देश्य को ही समाप्त कर रहे हैं। इससे भ्रष्टाचार और शराब की कालाबाजारी भी बढ़ सकती है। मैं उम्मीद करता हूं कि इस आदेश में कुछ सुधारों पर विचार किया जाएगा और आने वाले समय में इन्हें लागू किया जाएगा। इससे नौकरियों की कमी और उद्योगों को नुकसान को रोका जा सकेगा।”
बता दें कि कोर्ट के आदेश के बाद से एनसीआर के छह राष्ट्रीय हाइवे के पास बने लगभग 100 रेस्टॉरेंट, शराब की दुकानों और बार ने शराब परोसना बंद कर दिया है।
नोएडा में 42 और गुरुग्राम में 292 में से 106 शराब की दुकानों ने इसे बंद कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि नेशनल और स्टेट हाईवे के 220 मीटर के दायरे से बाहर शराब बेची जा सकेगी। लेकिन यह आदेश वहीं लागू होगा जहां की आबादी 20 हजार तक है।