नई दिल्ली: फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन या कहें अभिव्यक्ति की आजादी की मुहिम का नया चेहरा बनी दिल्ली यूनिवर्सिटी के कॉलेज एलएसआर कॉलेज की छात्रा गुरमेहर कौर के समर्थन और विरोध में रामजस कॉलेज के बाहर लेफ्ट दलों के छात्र संगठनों और जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों के प्रदर्शन के बाद अब बीजेपी ने फाइट बैक किया है. Shazia
बीजेपी नेता शाजिया इल्मी ने कुछ व्हॉट्सऐप मैसेज को शेयर किया है और दावा किया है कि किस प्रकार जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में मुस्लिम महिला सशक्तिकरण के मुद्दे पर जब उन्हें आमंत्रित किया गया था, और दबाव में बाद में उनका नाम हटा दिया गया.
शाजिया का दावा है कि उनका नाम तक कार्ड में वक्ताओं की सूची में शामिल किया गया था. पहले तो कार्यक्रम का समय बदला गया और बाद में मेरा नाम वक्ताओं की सूची से हटा दिया गया.
शाजिया ने अपने आरोपों के साथ कार्ड की तस्वीर भी साझा की है. शाजिया ने कहा कि कार्यक्रम के आयोजकों को यूनिवर्सिटी में माहौल खराब होने के बारे में चेतावनी दी गई थी.
अपने इस ट्वीट के साथ ही शाजिया ने आरोप लगाया है कि अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर दोहरा मापदंड अपनाया जा रहा है.
शाजिया इल्मी के अनुसार 16 फरवरी को उन्हें जामिया विश्वविद्यालय में मुस्लिम महिला सशक्तिकरण के मुद्दे पर एक लेक्चर देने जाना था लेकिन विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर की ओर से कहा गया कि शाजिया के वहां आने से माहौल खराब हो जाएगा. जानकारी दे दें कि शाजिया इल्मी जामिया विश्वविद्यालय की छात्रा रह चुकी हैं.