नई दिल्ली : इंटरनेट पर आधार व्यवस्था के जोखिम को लेकर अफवाह फैलाने पर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने स्कोच ग्रुप के चेयरमैन समीर कोचर को गिरफ्तार किया है। Aadhaar
पुलिस ने कहा कि क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने कोचर के खिलाफ आधार पर भ्रामक लेख लिखने को लेकर मुकदमा दर्ज किया गया है।
उनका लेख आधार कानून का उल्लंघन करता है।
पुलिस सूत्र ने कहा कि एफआईआर फिलहाल आधार अधिनियम के तहत मैनुअली दर्ज की गई है और इसे अब तक उनके सिस्टम में अपडेट नहीं किया गया है।
पुलिस ने कहा कि उन्हें भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के एक अधिकारी की तरफ से शिकायत मिली थी। आपको बता दें कि कोचर वही शख्स हैं, जिन्होंने कई किताबें लिखी हैं, जिसमें मोदीनॉमिक्स भी शामिल है।
जेसीपी (क्राइम) रविंद्र यादव ने कहा कि हमने यूआईडीएआई के यशवंत कुमार की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक कोचर से इस बारे में कॉन्टेक्ट करना अभी बाकी है।
skotch.in में 11 फरवरी को पब्लिश हुए एक आर्टिकल के मुताबिक कोचर ने लिखा कि वह उस वक्त हैरान रह गए जब उन्हें बताया गया कि खराब सिक्योरिटी की वजह से आधार की जानकारियां हैक की जा सकती हैं।
उन्होंने लिखा कि जब आप आधार एप्लिकेशन इस्तेमाल करते हैं तो आपकी बायोमीट्रिक जानकारी आपको आधार नंबर के साथ एक डिवाइस में स्टोर हो जाती है। कोचर ने कहा कि एेसे नंबर को भारी संख्या में एन्क्रिप्टेड किया जाना चाहिए, लेकिन एेसा होता नहीं है।
उन्होंने आर्टिकल में लिखा कि सुरक्षा के नाम पर इसके टाइम और लोकेशन भी जोड़ दिया गया है। इस मुद्दे पर एक वीडियो भी पोस्ट किया गया है।
एक ई-मेल में कोचर ने कहा कि उन्हें फिलहाल सिर्फ खबरों से ही एफआईआर के बारे में पता चला है और अब तक उनसे किसी ने कॉन्टेक्ट नहीं किया है। उन्होंने कहा कि उनके पास एफआईआर की कॉपी भी नहीं है।
जब उनसे पूछा गया कि क्या आधार की कमियां गिनाने को लेकर उन्हें निशाना बनाया गया तो उन्होंने कहा कि मेरे पास निशाना बनाने को लेकर कोई सबूत नहीं है। मुझे यकीन है कि यूआईडीएआई कमियों को दुरुस्त करने के लिए काम कर रहा होगा।