लखनऊ : यूपी चुनाव में सपा से गठबंधन करना प्रियंका गांधी वाड्रा के लिए गले का फांस बनता जा रहा है। सूत्रों की माने तो गांधी वाड्रा अमेठी और रायबरेली के चार सीटों पर अपने उम्मीदवारों के लिए प्रचार करना चाहती थी । Priyanka
लेकिन गठबंधन के कारण वो इन सीटों के लिए चुनाव प्रचार नहीं करेंगी। बता दें कि अमेठी और रायबरेली के चारों सीटों पर सपा और कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार उतारें हैं। जिस वजह से इन चारों सीटों पर दोस्ताना लड़ाई हो रही है।
ऐसे में प्रियंका गांधी बिल्कुल ये नहीं चाहती कि विपक्षियों को इन सीटों को लेकर हमला करने का मौका मिले।
सूत्रों की माने को प्रियंका को 14 फरवरी से लेकर 24 फरवरी तक इन सीटों के लिए राहुल गांधी के साथ चुनाव प्रचार करना था, लेकिन प्रियंका को सलाह दी गई है कि उनके चुनाव प्रचार करने से विपक्षियों को गठबंधन पर निशाना साधने का मौका मिल सकता है।
हालांकि, प्रियंका का मानना था कि चुनाव प्रचार नहीं तो कमसे कम बंद हॉल में ही पार्टी कार्यकर्ताओं से मिल लेती, जिससे की उनको कुछ सुझाव दिया जा सके।
लेकिन ऐसा करने से उन्हें रोक दिया गया। लिहाजा, प्रियंका इन सीटों के लिए चुनाव प्रचार नहीं करेंगी।
हालांकि, गठबंधन से पहले कांग्रेस रायबरेली और अमेठी की सभी दस सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती थी। इसके लिए खुद प्रियंका ने सीएम अखिलेश से मांग की थी कि वो इन दोनों जगहों से अपने उम्मीदवारों के नाम वापस ले लें, लेकिन समाजवादी पार्टी ने ऐसा नहीं किया।
अब इन सीटों पर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं। इसमें ऊंचाहार सीट से कांग्रेस के अजय पाल सिंह के खिलाफ सपा के मनोज पांडे मैदान में हैं।
वहीं अमेठी में सपा के गायत्री प्रजापति के खिलाफ कांग्रेस की अमिता सिंह, गौरीगंज में सपा के राकेश प्रताप सिंह के खिलाफ कांग्रेस के मौ नईम, सारेनी में सपा के देवेंद्र प्रताप सिंह के सामने कांग्रेस के अशोक सिंह चुनाव लड़ रहे हैं। बाकी चार बची हुई सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। यहां राहुल और सोनिया का प्रचार करना तय माना जा रहा है।