नई दिल्ली: सपा में पिछले काफी समय से पहले घमासान फिर सुलह का नजारा देखने को मिल रहा है. अब एक बार फिर मुलायम सिंह यादव ने साफ किया है कि यूपी में अखिलेश यादव ही मुख्यमंत्री बनेंगे. Mulayam
उन्होंने यह भी साफ किया कि शिवपाल यादव अलग पार्टी नहीं बनाएंगे, उन्होंने यह सब गुस्से में बोल दिया होगा.
मैं पुरानी सारी बातें भूलकर अब अखिलेश के साथ हूं.
कांग्रेस के साथ गठबंधन पर मुलायम सिंह यादव ने कहा कि गठबंधन है तो प्रचार करेंगे ही.
मैं मंगलवार से पार्टी के लिए प्रचार करूंगा और शिवपाल के लिए भी प्रचार करूंगा.
उल्लेखनीय है कि सपा के साथ गठबंधन होने के बाद मुलायम सिंह ने हाल में नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि वह अबकी बार चुनाव प्रचार नहीं करेंगे.
हालांकि बाद में उन्होंने अपने रुख में नरमी बरतते हुए कहा था कि बेटे को आशीर्वाद देंगे.
मुलायम की यह घोषणा इसलिए भी अहम है, क्योंकि सपा में पिछले दिनों पारिवारिक घमासान के बाद हाशिए पर पहुंचे शिवपाल यादव ने मंगलवार को घोषणा करते हुए कहा था कि वह चुनाव खत्म होने पर 11 मार्च के बाद अपनी नई पार्टी का गठन करेंगे.
यह भी कहा जा रहा है कि यादव परिवार का गढ़ माने जाने वाले इटावा में सपा के खिलाफ खड़े अपने निर्दलीय समर्थक प्रत्याशियों का उन्होंने खुलेआम समर्थन भी किया है.
गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनावों में मुलायम सिंह ने तकरीबन 50 चुनावी रैलियां कर अपने बेटे अखिलेश के लिए जनता से आर्शीवाद मांगा था.
इस बार पहले की तरह बात तो नहीं है लेकिन अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा पिता का आज्ञाकारी पुत्र बताते हुए वोटरों से कहा कि उन्होंने पार्टी के भीतर जो संघर्ष किया है,
वह वास्तव में पिता मुलायम सिंह और पार्टी के हितों को सुरक्षित करने के लिए ही किया है. उन्होंने कहा, यह पार्टी नेताजी(मुलायम सिंह) की है.
जब मैं छोटा था तो मुझे सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए कभी-कभी नेताजी सख्त रुख अपनाते थे. छड़ी से पिटाई भी कर देते थे. क्या आप समझते हैं कि वह संबंध कभी खत्म हो सकता है. मैंने जो भी किया है वो नेताजी के सम्मान की रक्षा के लिए किया है.