नई दिल्ली: उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव से ठीक 10 दिन पहले बीजेपी ने अपने 33 नेताओं को पार्टी से निकाल दिया है. पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में बीजेपी ने इन नेताओं को छह साल के लिए पार्टी से बाहर कर दिया है. Uttrakhand bjp
बीजेपी के प्रदेश महासचिव नरेश बंसल ने इस खबर की पुष्टि की है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने इन नेताओं को अति महत्वाकांक्षी बताते हुए कहा कि इन नेताओं के जाने से आने वाले चुनाव में कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
उल्लेखनीय है कि 17 नेताओं को पहले निकाला गया था.
अब तक 50 नेताओं को निकाला गया है. कई सीटों पर बीजेपी के बागी उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, उन्हें मनाने की कोशिशें नाकाम हो गई थीं.
कांग्रेस से लाकर नेताओं को चुनाव लड़ाने से 13 सीटों पर बगावत भड़क गई थी, क्योंकि बीजेपी ने कांग्रेस नेताओं को टिकट दे दिए थे.
गौरतलब है कि पीएम मोदी की उत्तराखंड में 4 रैलियां हैं. 10 फरवरी को हरिद्वार में, 11 फरवरी को पिथौरागढ़ में, 12 फरवरी श्रीनगर, गढ़वाल और रूद्रपुर में. पीएम मोदी ही बीजेपी का सबसे बड़ा चेहरा हैं. उत्तराखंड में कोई सीएम उम्मीदवार नहीं है.
हाल ही में केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उत्तराखंड में भाजपा की सरकार आने पर किसानों का फसल ऋण माफ कर दिया जाएगा.
प्रदेश में 15 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले यहां हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी स्वामी यतीश्वरानंद के समर्थन में दुर्गागढ़ गांव में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राजनाथ ने कहा कि उत्तराखंड में भाजपा की सरकार बनने पर किसानों का फसल ऋण माफ कर दिया जाएगा.
केन्द्रीय मंत्री ने हरिद्वार ग्रामीण क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी और मुख्यमंत्री हरीश रावत का नाम लिये बिना उन पर तंज कसते हुए कहा कि बाहुबली की सरकार भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी हुई है.
उन्होंने रानीपुर विधानसभा क्षेत्र के पार्टी प्रत्याशी आदेश चौहान के समर्थन में बहादराबाद में भी एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार आने पर युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने तथा पर्वतीय अंचलों से उनका पलायन रोकने के लिए कल्याणकारी योजनाएं बनाएगी.