साराजेवो: बोस्निया के मुख्य विश्वविद्यालय में जुमे की नमाज के लिए मुस्लिम छात्रों द्वारा कक्षा छोड़ने पर पकड़ नहीं होगी। विश्वविद्यालय इस फैसले का कुछ लोगों ने आलोचना की है और इसे इस्लामीकरण की दिशा में एक और कदम बताया है।
यूनिवर्सिटी ऑफ साराजेवो ने एक योजना अपनाया है जिसके तहत मुसलमान छात्रों को नमाज के लिए एक घंटे और एक आधे घंटे तक प्रत्येक शुक्रवार को छुट्टी दी जाएगी।
विश्वविद्यालय के इस कदम की आलोचना करते हुए बोस्नियाई सरब एन्टिटी रेपुब्लीक सर्पस्का के अध्यक्ष मिलोराड डोडिक ने कहा है कि जब शनिवार और रविवार को कैथोलिक और आर्थोडॉक्स छात्रों को प्रार्थना करने के लिए कक्षाएं नहीं रोकी जातीं तो मुसलमानों के लिए ऐसा क्यों किया जा रहा है। उन्होंने विश्वविद्यालय के इस कदम को तेजी बढ़ते इस्लामिक स्टेट का प्रभाव बताया है।
दूसरी तरफ इस फैसले का वामपंथी और उदारवादी सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी (एसडीपी) ने भी निंदा की है। हालांकि यूनिवर्सिटी ने कहा है कि यह निर्णय मानव अधिकार और सांप्रदायिक स्वतंत्रता का सम्मान करने के उद्देश्य से लिया गया है। बता दें कि इस साल बोस्निया ने 2013 के जनगणना आंकड़ाें को प्रकाशित किया है जिसके अनुसार देश की कुल आबादी में आधे मुसलमान हैं।