नयी दिल्ली। देश में ट्रंसपोटरों के शीर्ष संगठन आल इंडिया मोटर ट्रांंसपोर्ट कांग्रेस(एआईएमटी) ने कहा है कि सरकार के पांच सौ और एक हजार रुपये के नोट प्रचलन से बाहर किए जाने की वजह से उपजे नगदी के संकट के कारण परिवहन व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गयी है। transport business
संगठन ने आज यहां जारी एक बयान में कहा कि नगदी की किल्लत के कारण देश में माल परिवहन अौर यात्री परिवहन की व्यवस्था में ठहराव आ गया है। संगठन का कहना है कि सरकार ने ट्रांसपोर्टरों के लिये नगदी की जो सीमा तय की गई है वह ऊंट के मुंह में जीरा वाली कहावत के जैसे है। संगठन ने कहा है कि ट्रांसपोर्ट व्यवस्था पूरी तरह से नगदी पर आधारित है और इसके सुचारु रुप से चलाने के लिये प्रतिदिन 1492 करोड़ रुपये की जरुरत पड़ती है जिसमें 80 प्रतिशत ट्रांसपोर्ट नगदी पर आधारित व्यवस्था पर चलाता है।