हिसार। बर्ड फ्लू की दस्तक के बाद स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन में हड़कंप मच गया है। पिछले दिनों ब्लू बर्ड झील में 12 बतखों की मौत बर्ड फ्लू के कारण हुई थी। भोपाल की लैब ने इसकी पुष्टि कर दी है। इसके बाद प्रशासन सचेत हो गया, सूत्रों के अनुसार झील के आसपास लगभग 800 बतखों को मारा जाएगा। bird flu
बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद शुक्रवार सुबह से झील व आसपास के एक किलोमीटर के दायरे में पक्षियों को मारने का सिलसिला शुरू हो गया। इसके लिए आठ टीमों का गठन किया गया है। संक्रमण के चलते नेशनल हाईवे को भी बंद किया जा सकता है। हिसार दिल्ली नेशनल हाईवे पर पर्यटन विभाग का ब्लू बर्ड टूरिस्ट रिसोर्ट है। इसमें 16 एकड़ में बनी झील में करीब 150 बतखें और काफी संख्या में बगुले हैं। bird flu
झील में दीपावली से पहले बतखों के मरने का सिलसिला शुरू हुआ था। हरियाणा में पहला मामला है जब बर्ड फ्लू से पक्षियों की मौत हुई है। भोपाल लैब ने अपनी रिपोर्ट में बतखों की मौत का कारण एच5एन8 वायरस बताया है। ऐसी आशंका है कि यह संक्रमण किसी प्रवासी पक्षी से यहां की बतखों तक पहुंचा।
भोपाल भेजे गए सैंपल से हिसार में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। इससे निपटने के लिए टीमें गठित कर दी गई है। झील में मौजूद बतखों, बगुलों, मुर्गों व अन्य पक्षियों को मारने का अभियान शुरू किया गया है। इन्हें मारने के बाद जमीन में दबाया जाएगा। -डॉ. जीएस जाखड़, डीजी, पशुपालन विभाग, हरियाणा।