काठमांडो। नेपाल ने इस्लामाबाद में प्रस्तावित शिखर बैठक के लिए उचित माहौल नहीं होने पर क्षोभ जताते हुए सदस्य देशों से यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि वे अपनी जमीन का इस्तेमाल आतंकवाद के लिए नहीं होने दें। saarc countries
नेपाल ने कहा कि दक्षेस समूह का वर्तमान अध्यक्ष होने के नाते नेपाल को लगता है कि दक्षेस सम्मेलन के आयोजन के लिए उपयुक्त माहौल बनाए जाने की जरूरत है। नेपाल ने हमेशा क्षेत्र में हुए आंकवाद की निंदा की है। भारत के उरी में 18 सितम्बर को सैन्य ठिकाने पर हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की है जिसमें कई भारतीय सैनिक शहीद हुए हैं।
नेपाल का विश्वास है कि क्षेत्रीय सहयोग के लिए शांति और स्थिरता आवश्यक है। भारत ने इस सम्मेलन के लिए उपयुक्त माहौल नहीं होने का हवाला देते हुए इसमें शामिल नहीं होने की घोषणा की थी। इसके बाद भूटान, अफगानिस्तान, श्रीलंका तथा बंगलादेश ने भी इस सम्मेलन में नहीं जाने का निर्णय लिया था। आठ सदस्यीय दक्षेस के अध्यक्ष नेपाल ने इसके बाद सम्मेलन स्थगित करने की घोषणा की थी।
हालांकि नेपाल ने यह कहा है कि वह सदस्य देशों से बात करेगा और अगला सम्मेलन आयोजित कराने के लिए ‘जरूरी’ कदम उठाएगा। नेपाल के विदेश मंत्री प्रकाश शरण माहत ने कहा कि नेपाल 19वें दक्षेस सम्मेलन के आयोजन के लिए सदस्य देशों को राजी करने के लिए जरूरी कदम उठाएगा और इन देशों के साथ बातचीत करेगा।
पाक द्वारा सीमा पार से लगातार आतंकवाद फैलाए जाने की बात कहते हुए भारत ने पिछले सप्ताह कहा था कि मौजूदा परिस्थितियों में भारत सरकार इस्लामाबाद में प्रस्तावित सम्मेलन में शिरकत करने में असमर्थ है। माहत ने कहा कि दक्षेस के सदस्य देशों को सभी सदस्यों की भागीदारी सुनिश्चित करते हुए सम्मेलन के आयोजन के प्रति संवेदनशील होना चाहिए।
# saarc countries