सुप्रीम कोर्ट ने आईआईटी में प्रवेश के लिए 75 फीसदी अनिवार्य अंक वाले क्राइटेरिया को चुनौती देने वाली याचिका को खारिज दिया है। आईआईटी में दाखिले के लिए 12वीं में 75 फीसदी नंबर लाना अनिवार्य है। बारहवीं में 75 फीसद से कम अंक लाने वाले बच्चे आईआईटी में प्रवेश नहीं पा सकते हैं। भले ही उन्होंने जेईई मेन्स परीक्षा पास की हो।
आईआईटी प्रवेश में दायर एक याचिका पर न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया और न्यायमूर्ति के वी विश्वनाथन की अवकाशकालीन पीठ ने ये फैसला सुनाया। पीठ ने कहा कि यह शर्त पहले भी थी और वह इस मामले में हस्तक्षेप करने के इच्छुक नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने आईआईटी में प्रवेश के लिए 12वीं की बोर्ड परीक्षा में 75 प्रतिशत अंकों की एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई की ओर याचिका को खारिज कर दिया।
#Delhi : IIT प्रवेश में पात्रता मानदंड के खिलाफ याचिका खारिज
12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में 75% का है पात्रता मानदंड
सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की उम्मीदवारों की याचिका
कहा- ये शिक्षा से जुड़े मामले हैं
इस मुद्दे को विशेषज्ञों पर छोड़ देना चाहिए- SC https://t.co/nJH65Bn794… pic.twitter.com/DARmhB5OTa— Bharat 24 – Vision Of New India (@Bharat24Liv) May 29, 2023
अदालत ने आगे कहा कि यह शिक्षा से जुड़ा मामला हैं और इस मुद्दे को एक्सपर्ट पर छोड़ देना चाहिए। याचिकाकर्ताओं की ओर से पेश वकील ने अपनी दलील में कहा कि छात्रों को कोविड-19 महामारी के दौरान छूट दी गई थी। अब उन्हीं छात्रों के पास प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए परीक्षा पास करने की अधिक संभावनाएं हैं।
जेईई की इस साल जारी संयुक्त प्रवेश परीक्षा एडवांस ब्रोशर के मुताबिक़ आईआईटी में एडमिशन के लिए स्टूडेंट को बारहवीं की बोर्ड परीक्षा में कम से कम 75 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य हैं। दूसरी ओर बॉम्बे हाई कोर्ट ने एक अन्य मामले में एक 18 वर्षीय युवक को भी इस सम्बन्ध में राहत नहीं मिल सकी। ये छात्र तकनीकी समस्या के चलते संयुक्त प्रवेश परीक्षा एडवांस के लिए ऑनलाइन फॉर्म जमा करने में असफल रहा।