गर्मी ने इस बार दिल्ली में अक्तूबर महीने का 73 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से जारी आंकड़ों से खुलासा हुआ है कि 2024 का अक्तूबर का अधिकतम और न्यूनतम तापमान साल 1951 के बाद से अब तक का सबसे गर्म महीना रहा है।
जानकार इसके लिए ग्लोबल वार्मिंग सहित कई अन्य पर्यावरणीय परिवर्तनों को ज़िम्मेदार मान रहे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक़ इस माह सफदरजंग में औसत अधिकतम तापमान 35.1 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 21.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों से पता चला है कि दिवाली के बाद प्रदूषण के स्तर के बढ़ने के संकेत मिले हैं।
दिल्ली में शुक्रवार की सुबह धुंधभरी और वायु गुणवत्ता सूचकांक 350 से ऊपर दर्ज किया गया। दिल्ली में हाल के दिनों में प्रदूषण चिंताजनक रूप से बढ़ा है। जिसके नतीजे में यहाँ के निवासियों के लिए स्वास्थ्य-संबंधी समस्याओं को लेकर हालात हर दिन बदतर होते जा रहे हैं।
गौरतलब है कि 1907 में दर्ज किया गया अधिकतम तापमान 35.5 डिग्री सेल्सियस, 1930 में 35.0 डिग्री सेल्सियस, 1938 में 35.0 डिग्री सेल्सियस, 1941 में 35.8 डिग्री सेल्सियस और 1951 में 36.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
यह समस्या केवल दिल्ली तक सीमित नहीं है बल्कि इस समय पूरा देश इसकी चपेट में है। चेन्नई और मुंबई जैसे महानगरों में भी धुंध और खराब वायु गुणवत्ता ने लोगों के जीवन को प्रभावित किया है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों से पता चला है कि दिवाली के बाद प्रदूषण के स्तर के बढ़ने के संकेत मिले हैं। परिणामस्वरूप पूरे देश में वायु गुणवत्ता और संभावित स्वास्थ्य प्रभावों के बारे में चिंताएं बढ़ गई हैं।