पासपोर्ट रैंकिंग के मामले में भारत अपने पिछले रिकॉर्ड के के मुक़ाबले में कुछ फिसल गया है। दुनियाभर में भारतीय पासपोर्ट की रैंक पांच पायदान नीचे गिर जाने के बाद लिस्ट में 85वें नंबर पर है। हालाँकि भारतीय पासपोर्ट पिछले साल 80वें स्थान पर था।
शक्तिशाली पासपोर्ट 2025 की रैंकिंग हेनले पासपोर्ट इंडेक्स द्वारा जारी की जा चुकी है। इस साल जारी लिस्ट में पहले नंबर से लेकर आखिरी रैंकिंग वाले देश शामिल हैं। इस सूची में सिंगापुर पहले नंबर पर है।
अपनी ऊंची-ऊंची बिल्डिंग्स और लग्जरी शॉपिंग के अलावा सिंगापुर का क्राइम रेट काफी कम है। मज़बूत अर्थव्यवस्था के साथ अपनी अन्य खूबियों के अलावा यह अपनी सुविधाओं के दम पर आज पासपोर्ट के मामले में पहला नंबर पाने वाला देश है।
दूसरे नंबर पर जापान का नाम आता है। यहां का पासपोर्ट रखने वाले लोग कुल 193 देशों में वीजा फ्री यात्रा कर सकते हैं। बताते चलें कि इन दोनों देशों के बीच पहले नंबर की होड़ चलती है। इसे पहले 2024 में जापान पहले स्थान पर था और 2023 में सिंगापुर पहले पर था।
जापान के बाद लिस्ट में दक्षिण कोरिया, फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन और फिनलैंड तीसरे स्थान पर आते हैं। इन देशों के पासपोर्ट करीब 192 देशों में ऑन अराइवल वीज़ा की यात्रा की सुविधा देते हैं।
इसी क्रम में आस्ट्रिया, आयरलैंड, डेनमार्क, लक्जमबर्ग, नॉर्वे, स्वीडन और नीदरलैंड दुनिया चौथे सबसे ताकतवर पासपोर्ट होल्डर देश हैं। इन देशों के नागरिक दुनिया के 191 देशों में वीजा फ्री ट्रेवलिंग कर सकते हैं।
मज़बूत पासपोर्ट की लिस्ट में पांचवें स्थान पर न्यूजीलैंड, पुर्तगाल, स्विटजरलैंड, ब्रिटेन और बेल्जियम हैं। यहाँ का पासपोर्ट रखने वाले 190 देशों में वीजा फ्री यात्रा के हक़दार हैं।
भारतीय पासपोर्ट 57 देशों में वीजा फ्री यात्रा की सुविधा मुहैया कराता है, जिसमें भूटान सहित बोलिविया, फिजी, हैती, केन्या, मॉरिशस, श्रीलंका और कतर जैसे देश शामिल हैं।
बताते पहले कि दो वर्ष पूर्व 2023 में भारत 84, 2022 में 83, 2021 में 90, 2020 में 82 और 2019 में भी 82वें नंबर पर था।
भारत के पड़ोसी देशों की बात करें तो इस सूची के अनुसार भूटान को 90, श्रीलंका को 96, बांग्लादेश को 100, नेपाल को 101, सोमालिया को 102 , पाकिस्तान को 103 और अफगानिस्तान को 106 नंबर पर जगह मिली है।