रूस द्वारा यूक्रेन में लगातार हमले जारी हैं। इस बीच उसने मेलिटोपोल शहर पर भी कब्जा जमा लिया है। अब रूसी सेनाएं कीव को कब्जा करने को बढ़ रही हैं। इसके लिए फौज पहले आसपास के शहरों पर नियंत्रण करने की कोशिश कर रही है।
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का आज 17वां दिन है। यूक्रेन ने आरोप लगाया है कि रूसी सेना ने मेलिटोपोल पर कब्जा करने के साथ ही मेयर इयान फेडोरोव को अगवा कर लिया है। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इस अगवा को वॉर क्राइम जैसा है।
इस बीच यूक्रेन ने आरोप लगाया है कि रूसी सेना ने मेलिटोपोल पर कब्जा करने के साथ ही शहर के मेयर इयान फेडोरोव को भी अगवा कर लिया है। यूक्रेन का कहना है कि फेडोरोव ने उनसे सहयोग करने से इनकार किया था। जिसके बाद उन्हें रूसी सेना ने अगवा कर लिया।
जेलेंस्की ने इसे लोकतंत्र के खिलाफ युद्ध कहा
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि मेयर को अगवा करना लोकतंत्र के खिलाफ है और वॉर क्राइम जैसा है। राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने इस किडनैपिंग को लोकतंत्र के खिलाफ युद्ध बताया है और कहा कि रूस की इस हरकत के बारे में दुनिया के लोकतांत्रिक देशों के 100 फीसदी लोग जानेंगे। साथ ही उन्होंने रूसी सेना की तुलना आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट से भी की है। इस बीच राजधानी कीव में भी रूसी सेना के हमले तेज हो गए हैं। शनिवार को सुबह कीव में कई धमाकों की आवाज सुनी गई। शहर के बाहरी इलाकों इरपिन और होस्टोमेल में इस बीच कड़ा संघर्ष चल रहा है और रूसी सेना तेजी से आगे बढ़ रही है।
युद्ध में पलायन से बढ़ सकते है कोरोना के मामले
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष का आज 17वां दिन है और लगातार युद्ध जारी है। रूस ने भी यूक्रेन के साथ संघर्ष में जेलेंस्की की ही रणनीति अपना ली है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वॉलंटियर्स को यूक्रेन के युद्ध में जाने की मंजूरी दे दी है। इसे लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि युद्ध के चलते कोरोना वायरस के केसों में इजाफा हो सकता है। संस्था ने कहा कि इस युद्ध के चलते पलायन हो रहा है। यूक्रेन में वैक्सीनेशन का आंकड़ा बेहद कम है और उसके चलते दूसरे देशों में जाने वाले लोगों से कोरोना का विस्फोट हो सकता है।