विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चिंता व्यक्त की है कि एवियन इन्फ्लूएंजा यानी बर्ड फ्लू संभावित रूप से मनुष्यों के लिए भी खतरनाक हो सकता है।
दुनियाभर में बर्ड फ्लू के बढ़ते हए मामले चिंता का विषय हैं। बढ़ते मामलों के नतीजे में दुनिया भर में पक्षियों की मौत का सिलसिला जारी है। वायरस के कारण इंसानों के बीच एक नई महामारी की आशंका बढ़ गई है।
विज्ञान विभाग में वर्ल्ड आर्गेनाइजेशन फॉर एनिमल हेल्थ के प्रमुख ने डॉ. ग्रेगोरियो टोरेस कहते हैं – ”एवियन इन्फ्लूएंजा की पारिस्थितिकी और महामारी विज्ञान में हाल ही में एक बड़ा बदलाव आया है, जिससे विश्व स्तर पर चिंता बढ़ गई है क्योंकि यह बीमारी नए भौगोलिक क्षेत्रों में फैल गई है। इतना ही नहीं इस बीमारी से बहुत सारे जंगली पक्षियों की मौत भी हो गई है और स्तनधारी मामलों में चिंताजनक वृद्धि हुई है।’
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस आमतौर पर पक्षियों में फैलता है, लेकिन H5N1 इन्फ्लूएंजा के बढ़ते मामलों के साथ, चिंता की बात ये भी है कि यह वायरस आसानी से मनुष्यों को संक्रमित कर सकता है।
वैश्विक स्तर पर फैल रहे एवियन फ्लू के प्रकोप के बीच संयुक्त राष्ट्र की तीन एजेंसियों ने वायरस के फैलने की चेतावनी जारी की है.#Birdflu #WHO #Health https://t.co/omR6ARoa5s
— ABP News (@ABPNews) July 13, 2023
H5N1 इन्फ्लूएंजा पक्षियों के अलावा डेयरी जानवरों में भी फैल रहा है और इन जानवरों में स्थानांतरित होने के बाद, बर्ड फ्लू एक नए वायरस में बदल सकता है जो मनुष्यों के लिए हानिकारक हो सकता है।
2021 के बाद से H5N1 के साथ 8 मानव संक्रमण के मामले दर्ज किए गए हैं। विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि तीन महाद्वीपों से कुत्तों और बिल्लियों सहित समुद्री और भूमि स्तनधारियों में बर्ड फ्लू की रिपोर्ट मिली है।
संगठन ने कहा कि ऐसे क्षेत्र भी हो सकते हैं जहां वायरस मौजूद है लेकिन इसका निदान नहीं किया गया है।