नई दिल्ली, बदमाशों को गोली मारकर नेशनल शूटर ने बचाई रिश्तेदार की जान. नेशनल लेवल की शूटर आयशा फलक बहादुरी की एक ऐसी मिसाल पेश की है, जिससे सुनकर हर कोई उसकी तारीफ कर रहा है. अपने रिश्ते के भाई को बदमाशों के चंगुल से छुड़ाने के लिए फलक उनसे जा भिड़ गई. उसने बदमाशों को गोली मारकर अपने भाई को छुड़ा लिया. घायल बदमाशों को पुलिस ने बिना देर किए धर दबोचा. इस मामले की जांच की जा रही है.
एनबीटी के मुताबिक, आयशा फलक का रिश्ते का एक भाई आसिफ दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ा रहा है. वह अपना खर्च चलाने के लिए रात को कैब चलाता है. बीते 25 मई को आसिफ दरियागंज इलाके से बुकिंग लेने जा रहा था. रफी और आकाश नामक शख्स ने उसकी कैब बुक कराई थी. कैब चलने के बाद उन दोनों ने आसिफ से दूसरे रूट पर चलने के लिए कहा.
जानकारी के मुताबिक, आसिफ ने जब इसका विरोध किया तो उसे धमकाया गया. दोनों बदमाश उसे किडनैप करके भोपरा बॉर्डर के पास ले गए. वहां उन्होंने उसके साथ मारपीट और लूटपाट की, जब इससे भी जी नहीं भरा तो उन्होंने आसिफ के घरवालों को कॉल करके 25 हजार रुपये की फिरौती मांगी. घरवाले एक तय जगह पर फिरौती की रकम पहुंचाने पहुंचे.
परिजनों के साथ आयशा भी साथ में थी. परिजनों की कार जब बदमाशों के पास पहुंची, तो उन्होंने पैसे ले लिए और आसिफ को छोड़ने के लिए जैसे ही कार की गेट गोली. एक गोली एक बदमाश की कमर में, तो दूसरे के पैर में जा कर लगी. यह गोली किसी और ने नहीं बल्कि नेशनल लेवल की शूटर आयशा फलक ने चलाई थी. उसने पर्स में अपनी पिस्टल रखी थी.
33 वर्षीय आयशा फलक के पास लाइसेंसी पिस्टल है. उसे वह हमेशा अपने पर्स में रखती है. आयशा ने बताया कि उसे इस तरह फायरिंग करते देख आसिफ हैरान था. वह तुरंत उनके पास भागता हुआ आया. वह डर के मारे कांप रहा था. वह भी कांप रही थीं, लेकिन उन्हें खुशी थी कि बदमाश पकड़ गए. पुलिस आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.