एक फैमिली हिस्ट्री वेबसाइट पर डीएनए मैच होने के 70 साल बाद तीन सौतेले भाई-बहन की फिर से मुलाक़ात मुमकिन हो सकी।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, आइल ऑफ वाइट की 76 वर्षीय जोसी मोरे को उनकी पोती ने क्रिसमस के लिए एक वंशावली किट दी थी ताकि वह अपनी मिली-जुली नस्ल विरासत के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त कर सकें।
फैमिली हिस्ट्री वेबसाइ पर, जोसी मोरे का डीएनए लिवरपूल के 77 वर्षीय व्यक्ति जिम मैकलॉघलिन और कनाडा की 74 वर्षीय महिला लोरेन विलियम्स से मेल खाता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन तीनों का जन्म लिवरपूल में हुआ था और तीनों के पिता एक ही हैं।
जब तीनों सौतेले भाई-बहन साउथहेम्प्टन के एक होटल में मिले, तो वे गले मिले और बहुत खुश हुए। रिपोर्ट के मुताबिक, लोरेन विलियम्स दो साल की उम्र में अपने माता-पिता के साथ कनाडा आ गईं और उन्हें नहीं पता था कि उनके सौतेले भाई-बहन भी इस दुनिया में मौजूद हैं।
बाद में जब लोरेन विलियम्स ने MyHeritage वेबसाइट का दौरा किया, तो उन्हें पता चला कि जोसी मोरे नाम की एक सौतेली बहन है, जिसे बचपन में एक अनाथालय में रखा गया था और वह आइल ऑफ वाइट की एक महिला ने उन्हें पाला था। इसके अलावा उनका एक सौतेला भाई जिम मैक्लॉघलिन भी था जिनका पालन-पोषण एक कॉन्वेंट में हुआ था।
इस संबंध में जोसी मोरे का कहना है कि बचपन में मैं एक अस्वीकार्य बच्चा था क्योंकि मैं न तो काला था और न ही सफेद, इसलिए कोई भी मुझे नहीं चाहता था।
दूसरी ओर, पूर्व मुक्केबाज और नाइट क्लब मैनेजर जिम मैक्लॉघलिन कहते हैं, “मुझे लगा कि मेरा कोई और रिश्तेदार नहीं है।”