लंदन। ईरान की राजधानी तेहरान में प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में सुरक्षा बलों के 5 जवानों की मौत हो गई है। इस सिलसिले में पुलिस ने 3 सौ लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि सरकार द्वारा सूफी मतावलंबियों की कथित प्रताडऩा के विरोध में गोनाबाड़ी दरवेश सोमवार रात सडक़ों पर उतरे और अपने सदस्यों की रिहाई की मांग को लेकर थाने के पास जमा हो गए।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हो गई। अमेरिका के न्यूयार्क स्थित ईरानी मानवाधिकार केंद्र के मुताबिक ईरान में गत 2 माह में कई दरवेशों को गिरफ्तार किया था। इनमें से दस लोग 14 जनवरी को सूफी अनुयायियों की रिहाई की मांग को लेकर रैली कर रहे लोगों पर पुलिस कार्रवाई में घायल हो गए थे।
पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने एक बस से 3 पुलिसकर्मियों को रौंद दिया, जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई और उन लोगों ने एक सुरक्षाकर्मी को कार से कुचल कर और एक अन्य की चाकू मार कर हत्या कर दी। पुलिस प्रवक्ता मोंतजर-अल-मेहदी ने बताया कि भहसा के सिलसिले में 2 चालकों सहित तीन सौ से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
इस दौरान लगभग 30 पुलिस अधिकारी और कुछ प्रदर्शनकारी जख्मी हुए हैं। उधर, गोनाबाड़ी सूफी मतावलंबियों ने मज्जूबन वेबसाइट पर बताया है कि पुलिसकर्मियों ने कुछ प्रदर्शनकारियों को गोली मार दी। उल्लेखनीय है कि सूफीवाद इस्लाम धर्म का सबसे शांतिपूर्ण पंथ है। ईरानी सरकार द्वारा लगातार दबाव डाले जाने के बावजूद इस समूह के मतावलंबियों का सशस्त्र संघर्ष का इतिहास नहीं है।