– बिस्मिल्लाह खां की शहनाई शनिवार को उनके बेटे काजिम हुसैन के चाहमामा-दालमंडी स्थित घर से चोरी हुई।
– इनमें उस्ताद की वो शहनाई भी शामिल है, जिससे वह मोहर्रम की 5वीं और 7वीं तारीख पर आंसुओं का नजराना पेश करते थे।
– पुरस्कार के रूप में मिली चांदी की कई तश्तरियां और लाखों रुपए के जेवरात भी नहीं मिल रहे हैं।
रो पड़े उस्ताद के बेटे
– उस्ताद के बेटे काजिम मामले की रिपोर्ट दर्ज कराने चौक थाने पहुंचे तो फूट-फूट कर रो पड़े।
– उन्हाेंने बताया कि उनके पास ही धरोहर के रूप में ‘उस्ताद’ की पांचों शहनाई और दूसरे सामान थे।
– हाल ही में उन्होंने दालमंडी स्थित चाहमामा मोहल्ले में नया मकान लिया है।
– इसी मकान में उस्ताद की धरोहर एक दीवान में रखी हुई थी।
5 दिन पहले पुराने मकान में गया था परिवार
– काजिम ने बताया कि पूरे परिवार के साथ 30 नवंबर को वह हड़हा सराय के पुराने मकान में गए थे।
– रात करीब नौ बजे लौटकर आए तो घर की कुंडी टूटी मिली। घर के अंदर सारा सामान बिखरा हुआ था।
– काजिम ने आगे बताया कि उन्होंने घटना की जानकारी सपा एमएलसी शतरुद्र प्रकाश को दी।
– शतरुद्र ने एसएसपी नितिन तिवारी से केस दर्ज कराने को कहा।
– एसएसपी ने चौक इंस्पेक्टर को कार्रवाई का निर्देश दिया।
मोहर्रम पर ही निकलती थी विशेष शहनाई
– काजिम ने बताया कि चोर उस्ताद की खास शहनाई भी उठा ले गए जो वे सिर्फ मोहर्रम की पांचवीं और सातवीं तारीख को खास तौर पर निकालते थे।
– इसके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री स्व. पीवी नरसिंहा राव, पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल, लालूप्रसाद यादव और उस्ताद के शिष्य भागर्व वर्मा ने एक-एक शहनाई तोहफे में दी थी। चोर वो भी ले गए।