संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मई माह की अध्यक्ष और पौलेंड की राजदूत जोआन्ना वरोनेका ने कहा है कि बांग्लादेश में रह रहे रोहिंग्या शरणार्थियों की हालत को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र को तत्काल कोई कदम उठाना चाहिए।
वह इस हफ्ते के शुरू में बांग्लादेश के शरणार्थी शिविरों में गई थी और वहां के लोगों की हालत पर उनकी रिपोर्ट को चीन की सरकारी संवाद समिति शिन्हुआ ने प्रकाशित किया है।
सुरक्षा परिषद के कार्यों की प्रतिमाह होने वाली बैठक में उन्होंने पत्रकारों से कहा जब आपको लोगों को हो रही दिक्कतों की जानकारी मिलती है तो आपको तत्काल कार्रवाई करनी होती है और सबसे बड़ा सवाल है कि मदद किस प्रकार की जाए।
उन्होंने कहा कि उन शिविरों में स्थितियां बहुत ही बुरी हैं और लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और मानसून सीजन के कारण भारी बारिश होने का खतरा भी हमेशा बना रहता है। इस समय सबसे बड़ा सवाल यही है कि मानसून सीजन में लोगों की मदद किस प्रकार की जाए और संयुक्त राष्ट्र की अधिक एजेंसियों को इस काम में मिलकर मदद करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा परिषद की बैठक आगामी 14 मई को होगी और इसमें वहां के हालातों पर चर्चा की जाएगी। गौरतलब है कि अगस्त 2017 में उत्तरी राखिने राज्य में रोहिंग्या शरणार्थियों पर सेना ने कार्रवाई की थी जिसके बाद 670,000 से अधिक रोहिंग्या शरणार्थियों को वहां से जान बचाकर भागना पड़ा था।