पेंसिल्वेनिया के एक अमरीकी वकील ने आम तौर पर इस्तेमाल होने वाली तीन घरेलू वस्तुओं के बारे में चेतावनी दी है जो कैंसर का कारण बन सकती हैं।
बेध्यानी के चलते होने वाली मौतों के मामलों में विशेषज्ञता रखने वाले वकील टॉम बोसवर्थ इस पर प्रकाश डालते हैं। उनका कहना है कि एयर फ्रेशनर, सफाई उत्पादों और कालीन शैंपू में कार्सिनोजेन छिपे हुए हैं।
अमरीकी कानून के अनुसार कंपनियों को भोजन, सौंदर्य प्रसाधनों और दवाओं में मौजूद तत्वों का स्पष्ट रूप से खुलासा करना होता है, लेकिन ऐसे सफाई उत्पादों के सम्बन्ध में छूट मिली है। जिससे उपभोक्ताओं को यह नहीं पता चल पाता है कि वे कौन से पदार्थ ले रहे हैं।
एयर फ्रेशनर
एयर फ्रेशनर को सबसे खतरनाक घरेलू वस्तुओं में से एक माना जाता है। बोसवर्थ का कहना है कि विशेष रूप से तीन उत्पादों को यकृत और तंत्रिका तंत्र को गंभीर नुकसान पहुंचाने के लिए पाया गया है, और कई कारणों से, उन्हें त्वचा और फेफड़ों के कैंसर के प्रमुख कारणों में से एक पाया गया है।
बोसवर्थ सलाह देते हैं कि घर के लोगों को चाहिए कि अपने प्लग में लगे किसी भी एयर फ्रेशनर को फेंक दें, क्योंकि उनमें से ज़्यादातर में वोलेटाइल ऑर्गेनिक कम्पाउंड (VOC) होते हैं, जिसमें फॉर्मेल्डिहाइड शामिल है।
यह पदार्थ कम समय के लिए संपर्क में आने पर आँखों, नाक और गले में जलन पैदा करने के लिए जाना जाता है। लंबे समय तक इसके संपर्क में रहने की बात करें तो एयर फ्रेशनर घर के लोगों को खाँसी या घुटन के दौरे का कारण बन सकता है। इसके अलावा गले में सूजन आ सकती है या फेफड़ों में रासायन से जलन हो सकती है। इनमें से सबसे खराब मामलों में, एयर फ्रेशनर के संपर्क में आने से मृत्यु हो सकती है।
साँस के साथ अंदर जाने पर ये रसायन यकृत और तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंचा सकते हैं और त्वचा और फेफड़ों के कैंसर का कारण बन सकते हैं।
न्यू जर्सी स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, उत्पाद की ब्रांडिंग की गई एक खास गंध को दोहराने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले कुछ रसायन घातक साबित हो सकते हैं, इसका एक उदाहरण अल्फा-पिनीन है जो किडनी को खराब कर देता है।
कालीन शैंपू
जैसा कि हमारे घर के कालीनों और फर्श को साफ करने के उद्देश्य से बनाए गए उत्पादों के मामले में होता है। बोसवर्थ ने चेतावनी दी कि ये ऐसे शैंपू हैं जो आपके घर को गहराई से साफ करने के लिए बनाए गए हैं और इनमे ‘परक्लोरोइथिलीन जैसे खतरनाक रसायन हो सकते हैं’।
सरकारी एजेंसी द्वारा किए गए अध्ययनों के अनुसार, जो लोग अपने कार्यस्थल में कालीन सफाई उत्पादों के संपर्क में आते हैं, उनमे विशेष रूप से नॉन-हॉजकिन लिंफोमा, मल्टीपल मायलोमा और मूत्राशय कैंसर के बीच एक सीधा संबंध देखने को मिला है। पर्यावरण एजेंसी यह भी चेतावनी देती है कि ऐसे उत्पादों का प्रजनन संबंधी समस्याओं पर भी असर पड़ता है।
फर्नीचर पॉलिश
एक और घरेलू सामान, फर्नीचर पॉलिश के बारे में बोसवर्थ कहते हैं कि इनमें से ज़्यादातर उत्पाद खास तौर पर लकड़ी के फर्नीचर को साफ करने के लिए बनाए ऐसे केमिकल पर आधारित होते हैं जो ‘त्वचा और फेफड़ों के कैंसर’ का कारण बन सकते हैं।
इसमें मौजूद फिनोल और नाइट्रो बेंजीन जैसे रसायन के संपर्क में आने से स्वास्थ्य पर इसका बुरा असर हो सकता है। इस बारे में 2018 में किए गए एक अध्ययन के अनुसार, सफाई उत्पाद खास तौर पर फर्नीचर पॉलिश से फेफड़ों को उतना ही नुकसान पहुंचाता जितना कि एक दिन में 20 पैकेट सिगरेट पीने से होता है।
इन उत्पादों से बचने और और इसके स्थान पर केमिकल रहित सफाई उत्पाद के बारे में सलाह देते हुए उनका कहना है कि बेकिंग सोडा, नींबू का रस और सिरका आदि का प्रयोग करके हम इन समस्याओं से काफी हद तक खुद को बचा सकते हैं। साथ ही अन्य घरेलु उपायों पर सोचना होगा जो इस समस्या का बेहतर हल हो।