प्रदूषण से बचाव की खातिर दिल्ली सरकार ने दीवाली से जुड़ा बड़ा ऐलान किया है। दिल्ली सरकार ने राजधानी में सभी तरह के पटाखे बनाने, बेचने, भंडारण और इस्तेमाल करने पर पूरी तरह से पाबन्दी लगा दी है।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने ऐलान किया है कि इस साल भी दीपावली पर पटाखे नहीं जलेंगे। दिल्ली-एनसीआर का वातावरण पूरे वर्ष तकलीफदेह होता है। प्रदूषण के कारण यहाँ का एक्यूआई हमेशा ही चिंताजनक रहता है। सर्दियों में यहाँ के हालात और भी खराब हो जाते हैं।
ऐसे में दीपावली के अवसर पर लोगों द्वारा पटाखे जलाने से स्थिति और भी बुरी हो जाती है। परिस्थितियों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने इस साल भी दीपावली में पटाखे नहीं जलाने का निर्णय लिया है।
दिल्ली में हर तरह के पटाखों के निर्माण, भंडारण, बिक्री, ऑनलाइन डिलिवरी और जलाने पर प्रतिबंध लगा रहे हैं। पुलिस को यह निर्देश DPCC की तरफ से दिया जा रहा है कि दिल्ली में किसी तरह का कोई लाइसेंस जारी ना किया जाए: दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय pic.twitter.com/seMnho3kkg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 11, 2023
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल रायके मुताबिक़ इस वर्ष भी दिल्ली में सभी तरह के पटाखे बनाने, बेचने, भंडारण और इस्तेमाल करने पर पूरी तरह से रोक रहेगी। सर्दियों में बढ़ने वाले प्रदूषण को देखते हुए ये निर्णय लिया गया है।
पर्यावरण मंत्री ने दिल्ली पुलिस से पटाखे बेचने और बनाने वालों को लाइसेंस जारी ना करने की बात कही है। उन्होंने बताया कि दिल्ली के प्रदूषण वाले हॉटस्पॉट इलाकों की मॉनिटरिंग की जा रही है।
बताते चलें कि सुप्रीम कोर्ट ने 23 अक्टूबर 2018 को आदेश देकर ग्रीन पटाखों के इस्तेमाल की बात कही थी, लेकिन उसकी आड़ में जहरीले पटाखे बनाए जाने का काम जारी रहा। इसके बाद पहली दिसंबर 2020 को एनजीटी ने आदेश दिया कि जहां-जहां हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में है, वहां पर पटाखों को प्रतिबंधित किया जाए।
गौरतलब है कि जनवरी से लेकर अगस्त तक दिल्ली का औसत एक्यूआई कम रहता है, लेकिन, जैसे जैसे सर्दी बढ़ती है, हवा में प्रदूषण की मात्रा भी बढ़ती जाती है।