दुनियाभर ओमिक्रोन वेरिएंट के साथ दूसरे वेरिएंट के भी मामले तेजी से बढ़ने से दहशत का माहौल है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पूरी दुनिया में संक्रमितों की संख्या 29 करोड़ से ज़्यादा हो गई है। भारत ने वायरस से संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर विश्व व्यापार संगठन से आपात बैठक बुलाने की मांग की है।
भारत ने विश्व व्यापार संगठन के प्रस्तावित पैकेज पर विचार विमर्श के लिए इसी महीने जिनेवा में डब्ल्यूटीओ की आम परिषद की आपात बैठक बुलाने की मांग की है। विश्व व्यापार संगठन की आम परिषद निर्णय लेने वाला शीर्ष निकाय है। इस पैकेज में पेटेंट से छूट का प्रस्ताव भी शामिल है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में अब तक कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 29.07 करोड़ हो गई है जबकि मृतकों की संख्या 54.62 लाख तक पहुंच गई है।
भारत में 123 लोगों की मौत के साथ कोरोना संक्रमण के 33 हजार से ज्यादा नए केस सामने आए हैं। वहीं देश में ओमिक्रोन मरीजों का आंकड़ा 1700 तक पहुंच चुका है। कोरोना संक्रमण के चलते चलते वैश्विक आवाजाही भी बाधित हुई है। पिछले 24 घंटे में ही दुनियाभर में 4,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में अब तक कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 29.07 करोड़ हो गई है जबकि मृतकों की संख्या 54.62 लाख तक पहुंच गई है।
विश्व व्यापार संगठन 164 सदस्यीय बहुपक्षीय निकाय है, जो वैश्विक निर्यात और आयात के लिए नियम तैयार करता है और व्यापार से संबंधित मुद्दों पर दो या दो से अधिक देशों के बीच विवादों का निर्णय करता है। अक्टूबर 2020 में भारत और दक्षिण अफ्रीका ने कोविड-19 की रोकथाम या उपचार के संबंध में TRIPs समझौते के कुछ प्रावधानों के कार्यान्वयन पर सभी WTO सदस्यों के लिए छूट का सुझाव देते हुए पहला प्रस्ताव प्रस्तुत किया। मई 2021 में एक संशोधित प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया था।
10 जनवरी से WTO अपनी बैठकें शुरू करेगा और भारत ने तुरंत बैठक बुलाने का सुझाव दिया है। अमेरिका में ओमिक्रोन वेरिएंट जल्द ही पीक पर आ सकता है। हालांकि शीर्ष वैज्ञानिक एंटनी फॉसी का मानना है कि ओमिक्रोन को लेकर दक्षिण अफ्रीका के अनुभव से उम्मीदें हैं। जहां ओमिक्रोन का स्ट्रेन अचानक चरम पर पहुंचकर जल्द ही कम हो गया। कुछ रोग विशेषज्ञों के मुताबिक 50 से अधिक उम्र वालों में ओमिक्रोन संक्रमण तेजी से फैल रहा है। फ्रांस, ब्रिटेन समेत कई और देशों में भी तेजी से संक्रमण बढ़ने की वजह से दहशत है।