अमेरिका और अफगानिस्तान के सुरक्षा बलों ने एक संयुक्त अभियान में अल कायदा की दक्षिण एशिया शाखा के सरगना को पिछले महीने ढेर कर दिया है. अफगान अधिकारियों ने मंगलवार को इसकी पुष्टि की. अल कायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट (एक्यूआईएस) का गठन 2014 में हुआ था और तभी से आसिम उमर इसका सरगना था. सुरक्षा बलों ने हेलमंद प्रांत के मूसा कला जिले में 23 सितंबर को तालिबान के एक परिसर पर छापा मारा था. उस छापेमारी में एक्यूआईएस का सरगना उमर मारा गया.
अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय (एनडीएस) ने ट्विटर पर बताया कि उमर पाकिस्तानी नागरिक था, लेकिन इस तरह का दावा करने वाली कुछ रिपोर्टें थी कि वह भारत में पैदा हुआ था.
एनडीएस ने ट्विटर पर बताया कि उमर के साथ संगठन के छह अन्य सदस्यों को भी मार गिराया है। उनमें से अधिकतर पाकिस्तानी थे. उन्होंने बताया कि उमर को तालिबान के एक परिसर में ‘दफन’ कर दिया गया है. यह छापेमारी 22-23 सितंबर की रात को की गई थी जिसके लिए अमेरिका ने हवाई सहयोग दिया था.
https://twitter.com/NDSAfghanistan/status/1181536054836432896
अधिकारियों ने कहा कि वे अभियान के दौरान बच्चों समेत 40 आम लोगों की मौत होने का दावा करने वाली रिपोर्टों की जांच कराएंगे. एनडीएस ने कहा कि छापेमारी में मारे गए एक्यूआईएस के छह अन्य सदस्यों में एक की पहचान ‘रेहान’ के तौर पर हुई है. वह अल कायदा के सरगना एमन अल जवाहिरी का सहायक था.