डॉक्टरों का कहना है कि किशोर लड़के जो मांसपेशियों के निर्माण के लिए सपलिमेंट का उपयोग करते हैं उन्हें यह निर्धारित करने के लिए मनोचिकित्सक के पास भेजा जाना चाहिए कि क्या उन्हें खाने खाने से जुड़ी कोई समस्या है?
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि प्रोटीन के अधिक सेवन से गुर्दे जैसे अंगों को नुकसान पहुंच सकता है।
मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि जो युवा वयस्क अपने व्यायाम को बढ़ावा देने और मांसपेशियों के निर्माण के लिए प्रोटीन या अन्य पाउडर का सेवन करते हैं, उन पर नजर रखने की जरूरत है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि प्रोटीन के अधिक सेवन से गुर्दे जैसे अंगों को नुकसान पहुंच सकता है।
दरअसल आशंका है कि यह आदत बॉडी डिस्मोर्फिया का शुरुआती संकेत हो सकती है। डिस्मोर्फिया एक विकार है जिसमें रोगी अपने आकार से संबंधित स्वयं-कथित दोषों से ग्रस्त रहता है।
डिस्मोर्फिया आमतौर पर प्रारंभिक वयस्कता में खराब मानसिक स्वास्थ्य का कारण बनता है, जिससे आत्मघाती विचार आते हैं।
स्पष्ट रूप से, क्रिएटिन मोनोहाइड्रेट जैसे प्रोटीन और पाउडर उन लोगों के लिए पोषण संबंधी पूरक के रूप में तेजी से लोकप्रिय हो गए हैं जो अपने एथलेटिक प्रदर्शन और ताकत में सुधार करना चाहते हैं।
जिसमें रोगी अपने आकार से संबंधित समस्या तथा थकी हुई मांसपेशियों को स्थिर और मरम्मत में मदद करने के लिए व्यायाम के बाद ऐसे पूरक लेते हैं।