नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को हुई कैबिनेट मीटिंग में अपने मंत्रियों को सर्जिकल अटैक पर बोलने को लेकर फटकार लगाई है। एनडीटीवी के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय सेना द्वारा सीमा पार किए गए सर्जिकल स्ट्राइक पर बढ़-बढ़कर बोलने और सीना ठोकने पर चेतावनी दी है। सूत्रों के मुताबिक आज हुई मीटिंग में पीएम मोदी ने साफ कर दिया है कि स्ट्राइक पर वही लोग बोलेंगे जो इसके लिए अधिकृत किए गए हैं। 18 सितंबर को जम्मू-कश्मीर के उरी में सेना मुख्यालय पर हुए हमले में 19 जवान शहीद हो गए थे। जवाब में भारतीय सेना ने 28-29 सितंबर को पीओके में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया। surgical strikes
पाकिस्तान शुरू से सर्जिकल स्ट्राइक की बात से इनकार करता आ रहा है और इसे सीजफायर का उल्लंघन बता रहे है। वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस नेताओं ने भी सरकार से सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत पेश करने के लिए कहा है। मिलेट्री सूत्रों के मुताबिक ड्रोन से शूट किए गए सर्जिकल स्ट्राइक का फुटेज पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंप दिया गया है। इंडियन आर्मी ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में घुसकर किए गए सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो जारी करने के लिए अपनी तरफ से हरी झंडी दे दी है। अब इसपर अंतिम फैसला प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ ऑफिस) को लेना है कि वीडियो को रिलीज किया जाए या नहीं।
गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर सबूत की मांग की थी। जिसके बाद बीजेपी की ओर से निशाना साधा गया था। मंगलवार को केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि केजरीवाल को सेना के पराक्रम पर भरोसा है या नहीं? केजरीवाल, पाकिस्तान में सुर्खियों में बने हुए हैं। बीजेपी नेता ने केजरीवाल से सवाल पूछा- “क्या दिल्ली के सीएम का भारतीय सेना पर भरोसा पाकिस्तान के दुष्प्रचार से प्रभावित हो रहा है?” दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा था कि सर्जिकल स्ट्राइक को नकार रहे पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर बेनकाब करने की अपील भी की थी। वहीं कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने सर्जिकल स्ट्राइक को फर्जी बताया था।
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