स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा ने पिछले दिनों महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे को अपने शो में गद्दार कहकर एक विवाद को जन्म दे दिया है। शिंदे समर्थकों द्वारा तोड़-फोड़ और उपद्रव की घटनाओं के बाद मामला तूल पकड़ गया है।
विवाद में घिरे कमरा से माफी मांगने की बात पर उन्होंने इनकार कर दिया है। सोमवार को एक विस्तृत बयान जारी करते हुए कुणाल कामरा ने कहा कि उन्होंने वही कहा, जो महाराष्ट्र के एक और डिप्टी सीएम अजित पवार ने एकनाथ शिंदे के बारे में कहा था।
आगे अपने बयान में कामरा ने लिखा कि वह भीड़ से न डरने वाले हैं और न ही छिपने वाले। कुणाल कामरा ने बयान में कहा है कि वह बिस्तर के नीचे छिपकर विवाद खत्म होने का इंतजार भी नहीं करेंगे।
बताते चलें कि कुणाल ने शो के दौरान फ़िल्म ‘दिल तो पागल है’ का एक पैरोडी सॉन्ग गाया था। इस गाने में 2022 के दौरान शिवसेना में होने वाली टूट का हवाला दिया गया था।
कुणाल कामरा ने इस एक गाने के माध्यम से ‘ग़द्दार’ शब्द का इस्तेमाल किया था, जिसे एकनाथ शिंदे को गाली देने के तौर पर देखा जा रहा है। हालांकि कुणाल ने एकनाथ शिंदे का नाम नहीं लिया था।
रविवार को जब वीडियो सामने आया तो शिवसेना (शिंदे गुट) के कार्यकर्ताओं ने अपनी प्रतिक्रिया में तोड़फोड़ की और उस जगह को निशाना बनाया जहां कामरा का शो शूट किया गया था।
अपने बयान में कुणाल कामरा ने लिखा है कि वह पुलिस और कोर्ट के साथ सहयोग करेंगे। साथ ही उनका कहना है कि क्या कानून उन लोगों पर भी निष्पक्ष और समान तौर पर लागू होगा, जिन्होंने तोड़फोड़ की है। जिनमें बीएमसी के गैर निर्वाचित लोग भी हैं। जिन्होंने हथौड़ों से हैबिटेट में तोड़फोड़ की।
कुणाल ने उपद्रवियों पर निशाना लेते हुए कहा कि वह शायद अगले शो के लिए एलफिंस्टन ब्रिज या मुंबई में कोई और जगह चुनेंगे, जिसे तोड़े जाने की जरूरत है। कुणाल कामरा ने अपने बयान में मीडिया और नेताओं को भी निशाने पर लिया है।
यह पहला वाक़िया नहीं है जब कुणाल को लेकर विवाद हुआ है।कुणाल कामरा मुंबई के एक स्टैंड-अप कॉमेडियन हैं। कामरा ने पढ़ाई की तरफ कोई ख़ास ध्यान तो नहीं दिया मगर अपनी हाज़िर जवाबी और तेज़ दिमाग़ से दुनिया का ध्यान अपनी ओर ज़रूर खींचा है।
17 साल की उम्र में कुणाल ने एमटीवी की इन-हाउस प्रोडक्शन टीम के साथ इंटर्नशिप की। इसके एक साल बाद वह प्रसून पांडे की कॉर्कोइस फिल्म्स में प्रोडक्शन असिस्टेंट के तौर पर शामिल हुए और यहाँ उन्होंने छह साल तक काम किया।
विज्ञापन इंडस्ट्री में 8 साल बिताने वाले कुणाल ने साल 2013 में स्टैंड-अप कॉमेडी की दुनिया में क़दम रखा। उनका लोकप्रिय पॉलिटिकल-कॉमेडी पॉडकास्ट शो ‘शट अप या कुणाल’ बहुत लोकप्रिय हुआ। इसकी शुरुआत जुलाई 2017 में हुई। इस पॉडकास्ट में कुणाल बतौर होस्ट अपने मेहमान से राजनीतिक मुद्दों सहित के अलावा विभिन्न विषयों पर बात करते हैं।
इस पॉडकास्ट शो कुणाल के मेहमान जावेद अख़्तर, पत्रकार रवीश कुमार, अरविंद केजरीवाल, सांसद असदुद्दीन ओवैसी, कन्हैया कुमार, उमर खालिद, शेहला रशीद आदि रह चुके हैं।
कुणाल के साथ ऐसा ही एक विवाद जनवरी 2020 में हुआ था जब उन्होंने इंडिगो की एक फ्लाइट में पत्रकार अर्नब गोस्वामी से उनकी पत्रकारिता को लेकर सवाल उठाए थे। घटना का वीडियो कुणाल ने स्वयं सोशल मीडिया पर साझा किया था।
इस मामले में इंडिगो ने उन पर छह महीने का प्रतिबंध लगा दिया था। देखा देखि एयर इंडिया, स्पाइसजेट सहित अन्य एयरलाइन ने भी उन पर अनिश्चित काल के लिए प्रतिबंध लगा दिया था। कुणाल के समर्थन में फिल्ममेकर अनुराग कश्यप ने इंडिगो से यात्रा करने से इनकार कर दिया था।