नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सभी विपक्षी दलों को एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में शामिल होने का न्योता भेजा है। ताकि पूरा विपक्ष मिलकर नरेन्द्र मोदी सरकार की नीतियों खासकर नोटबंदी और सेनाध्यक्ष के नियुक्ति में संवैधानिक प्रावधानों का उल्लंघन करने की मुखालफत कर सके। सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल ने इस बावत व्यक्तिगत तौर पर वाम दलों, जेडीयू, आरजेडी, जेडीएस और एनसीपी के नेताओं से बात की है। राज्य सभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने भी इस संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के लिए कई नेताओं से बातचीत की है। प्रेस कॉन्फ्रेन्स 27 दिसंबर को कॉन्स्टिच्यूशन क्लब में आयोजित किया गया है। सोनिया गांधी इस प्रेस कॉन्फ्रेन्स को संबोधित करेंगी। Sonia Gandhi
यह कार्यक्रम अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के दफ्तर में इसलिए नहीं आयोजित किया गया है क्योंकि वहां आयोजन करने से यह संदेश जा सकता था कि कार्यक्रम कांग्रेस का है। दरअसल, इस संयुक्त संवाददाता सम्मेलन का आयोजन विपक्ष की एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए किया गया है क्योंकि संसद के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन किसानों के मुद्दे पर राहुल गांधी के अकेले प्रधानमंत्री से मुलाकात करने पर कुछ विपक्षी नेताओं ने ऐतराज जताया था। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से विपक्षी नेताओं के प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात से थोड़ी देर पहले ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की थी। तब एसपी, बीएसपी, एनसीपी, डीएमके, सीपीएम, सीपीआई और जेडीएस के नेताओं ने राष्ट्रपति से मुलाकात से अपने को अलग कर लिया था। हालांकि, जेडीयू, आरजेडी, टीएमसी और आरएसपी के सदस्यों ने राष्ट्रपति से मुलाकात की थी।
अब एकजुटता दिखाने के लिए कांग्रेस की पहल पर पूरा विपक्ष एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेन्स कर मोदी सरकार को घेरने की कोशिश में है। कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि उनकी पार्टी डैमेज कंट्रोल कर सभी विपक्षी पार्टियों के साथ मिलकर केंद्र सरकार की मुखालफत करेगी। अहमद पटेल ने आरजेडी के प्रेमचंद गुप्ता, जेडीयू के शरद यादव, सीपीएम के सीताराम येचुरी, सीपीआई के डी राजा, एनसीपी के तारिक अनवर और जेडीएस के दानिश अली से बातचीत की है और 27 दिसंबर को संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में आने को कहा है।
जेडीएस के नेता दानिश अली ने कहा कि उनकी पार्टी अपने प्रतिनिधि को उस प्रेस कॉन्फ्रेन्स में भेजेगी, जबकि एनसीपी के तारिक अनवर ने भी कहा है कि उनकी पार्टी भी किसी प्रतिनिधि को भेज सकती है। हालांकि, सीपीआई के डी राजा ने कहा कि वो अभी केरल और तमिलनाडु के दौरे पर हैं और दिल्ली वापसी का अभी कोई प्लान नहीं बना है। जेडीयू नेता शरद यादव ने बताया कि उनकी पार्टी जल्द ही इस पर कोई फैसला करेगी जबकि बिहार में उसकी सहयोगी पार्टी आरजेडी ने प्रेस कॉन्फ्रेन्स में आने पर सहमति दी है। सीपीएम के सीताराम येचुरी से संपर्क नहीं हो पाया है। टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रान ने भी फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं की है। उधर डीएमके के टी शिवा ने इस तरह के आमंत्रण से फिलहाल इनकार किया है।