दुकान में सजी हुई चमकदार सब्जियां देखने में तो बहुत अच्छी लगती है लेकिन यह सेहत के लिए बेहद हानिकारक साबित हो सकती हैं.
इन दिनों किसान अधिक उत्पादन और मुनाफे के चक्कर में रसायनों का अंधाधुंध इस्तेमाल कर रहे हैं. इससे सब्जियों में चमक और सुंदरता तो बढ़ जाती है लेकिन वे बेस्वाद और सुगंधहीन होने के साथ साथ स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो जाती हैं.
सब्जियों को अक्सर उन्हीं के रंग वाली लाइट के नीचे रखा जाता है ताकि वे ज्यादा चमकें. ऐसा ध्यान भटकाने के लिए किया जाता है. सब्जी खरीदते समय लाइट से दूर करके उसे देखें, ताकि असली रंग दिख सके.
कुछ फल सब्जियों पर मोम की परत लगाई जाती है ताकि वे ज्यादा चमकें. शिमला मिर्च और सेब खरीदने पर चाकू या चम्मच से आप इस परत को हटा सकते हैं. कुछ देर गर्म पानी में रखने से मोम ढीली पड़ जाती है और आसानी से उतरती है.
कई सब्जियों को खूबसूरत दिखाने के लिए उन पर रंग चढ़ाया जाता है. अगर बाजार से मटर के दाने खरीदें, तो पकाने से पहले उन्हें कुछ देर गर्म पानी में रख दें ताकि रंग अलग हो जाए. इस हानिकारक रंग से कैंसर का खतरा भी हो सकता है.
जरूरी है के फल सब्जी खरीदते समय आप उन पर पूरा ध्यान दें. बहुत खूबसूरत दिखने वाली सब्जी पौष्टिक भी हो ऐसा जरूरी नहीं. सब्जी की ऊपरी परत को रगड़ कर परखें और खुश्बू पर भी ध्यान दें.
पकाने से पहले हर सब्जी को छन्नी में रख कर अच्छे से धो लें. बर्तन धोने के ब्रश की ही तरह बाजार में सब्जी धोने के ब्रश भी उपलब्ध हैं. इनसे सब्जी साफ भी हो जाती है और ज्यादा घिसने से खराब भी नहीं होती.
कृषि रक्षा विशेषज्ञ समय समय पर ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यक्रमों के जरिए मानकों के अनुसार दवाओं को इस्तेमाल करने और अधिक मात्रा से होने वाले नुकसान के बारे में जानकारियां देते रहते हैं. लेकिन इसके बावजूद हानिकारक सब्जियां बेची जाती हैं. रसायनों के असर को कम करने के लिए सब्जी को पका कर खाएं.