नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के नेतृत्व में माइक्रोबायोलॉजिस्ट ने एक अध्ययन में पाया है कि बाथरूम में शॉवर हेड और टूथब्रश कई प्रकार के वायरस को पनाह दे सकते हैं, जिनमें से कई पहले कभी नहीं देखे गए हैं।
हालाँकि शोध के निष्कर्ष चिंताजनक लगते हैं, लेकिन अच्छी खबर यह है कि इन वायरस का लक्ष्य इंसान नहीं, बल्कि बैक्टीरिया हैं।
फ्रंटियर्स इन माइक्रोबायोम जर्नल में प्रकाशित शोध के लिए वैज्ञानिकों ने बैक्टीरियोफेज या फेज नामक सूक्ष्म जीव एकत्र किए। यह एक प्रकार का वायरस है जो बैक्टीरिया को संक्रमित करता है और उनके अंदर अपनी प्रतिकृति बनाता है।
यूनिवर्सिटी की शोध प्रमुख एरिका एम हार्टमैन ने कहा कि वैज्ञानिकों ने जितने वायरस पाए हैं, वह असाधारण है। वैज्ञानिकों ने ऐसे कई वायरस खोजे हैं जिनके बारे में बहुत कम जानकारी है और कई ऐसे हैं जो पहले कभी नहीं देखे गए।
रिसर्च से पता चला है कि औसत अमरीकी अपना 93% समय इनडोर माहौल में बिताता है, जिसमें से लगभग 70% समय वह घर पर बिताता है। ये जगहें मनुष्यों के लिए सूक्ष्मजीवों के संपर्क का स्रोत हो सकती हैं, जिसमें संभावित रोगजनकों का संचरण भी शामिल है। कोविड के बाद सारी दुनिया का लाइफ पैटर्न बदला है और अब अधिकतर लोग घर या इनडोर जीवन जीते हैं।
वैज्ञानिक इनके बारे में बहुत कम जानते थे, लेकिन हाल ही में फ़ेज़ ने एंटीबायोटिक-प्रतिरोधी संक्रमणों का इलाज करने की अपनी क्षमता के कारण विशेषज्ञों का ध्यान आकर्षित किया है।