इटावा. सेक्युलर मोर्चा समाजवादी पार्टी के अंदर ही बनेगा . समाजवादी पार्टी के जसवंतनगर के विधायक शिवपाल सिंह यादव नया सेक्युलर मोर्चे बनाने पर रविवार को साफ किया कि यह कोई अलग पार्टी नहीं होगा. उनका सेक्युलर मोर्चा समाजवादी पार्टी में रहकर ही काम करेगा.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि उन्हें इस मोर्चे को लेकर उन्होंने मुलायम सिंह यादव के बयान की जानकारी है. इस संबंध में वह नेताजी से मुलाकात करेंगे, उसके बाद ही वह कुछ कह सकते हैं.
दरअसल इटावा के जसवंतनगर से सपा विधायक शिवपाल ने तीन महीने में समाजवादी सेक्युलर मोर्चे के गठन करने की घोषणा करते हुए मुलायम को मोर्चे का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की घोषणा की थी.
इसके बाद शनिवार को सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने कहा कि समाजवादी सेक्यूलर मोर्चे की घोषणा से पहले शिवपाल ने उनसे इस मामले में बात नहीं की थी. उन्होंने कहा कि परिवार का कोई भी सदस्य नहीं चाहता कि 25 साल पुरानी इस पार्टी में दरार पड़े. उन्होंने कहा कि वह शिवपाल से बात करके उन्हें मनाएंगे.
मुलायम ने कहा था कि परिवार और पार्टी में कोई भी बिखराव नहीं चाहता है, पार्टी को बांटकर और कमजोर करके उन्हें कुछ नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा, “मैं जानता हूं कि शिवपाल की भावनाएं आहत हुई हैं. लेकिन मुझे नहीं पता है कि बेटा अखिलेश अपने चाचा को क्यों पसंद नहीं करता है.” हालांकि उन्होंने कहा कि वह हमेशा अपने भाई के लिए खड़े रहेंगे.
रविवार को शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि सेक्युलर मोर्चा हर कीमत पर बनेगा. मैं किसी कीमत पर पीछे नहीं हटूंगा. उन्होंने कहा कि इस सेक्युलर मोर्चे का मुख्य मकसद समाजिक न्याय दिलाना होगा. ये मोर्चा गरीबों और मजलूमों की लड़ाई लड़ेगा.
इसके साथ ही उन्होंने साफ किया कि मोर्चा कोई सियासी पार्टी नहीं है कि मेरी सदस्यता जाए.
नेता जी से जल्द ही उनकी मुलाकात होगी. उन्होंने अखबारों में नेता जी के बयान को पढ़ा है. इस पर वह नेताजी से मुलाकात के बाद ही कुछ कह सकते हैं. शिवपाल ने कहा कि मोर्चा समाजवादी पार्टी में रहकर ही अपना काम करेगा.
उधर सेक्युलर मोर्चा के बयान पर टिप्पणी करते हुए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उन्हें ऐसे किसी मोर्चे के बारे में जानकारी नहीं है. अगर ऐसा मोर्चा बन रहा है, तो अच्छी बात है. इस दौरान आस्तीन के सांप का उदाहरण देते हुए उन्होंने अपनी मंशा जरूर जाहिर कर दी. अखिलेश ने कहा कि सपेरे कहीं से भी सांप निकाल लेते हैं. हम लोग आस्तीन के सांप को अच्छी तरह पहचानते हैं.