नयी दिल्ली 24 अगस्त : देश के सबसे बड़े वाणिज्यिक बैंक स्टेट बैंक (एसबीआई) की शोध सलाह देने वाली इकाई एसबीआई रिसर्च ने चालू वित्त वर्ष देश की सकल घरलू उत्पाद (जीडीपी) दर रिजर्व बैंक के अनुमान 21.4 प्रतिशत से कम 18.5 प्रतिशत रहने की संभावना जताया है।
एसबीआई रिसर्च की 17 अर्थव्यवस्था के आर्थिक विकास के विश्लेषण के आधार पर तैयार जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2021-22 में आर्थिक विकास दर 18.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है। हालांकि यह दर आरबीआई के 21.4 प्रतिशत अनुमान से कम है। शोध में पाया गया कि चालू वित्त वर्ष की पहली और दूसरी तिमाही में लगभग सभी 17 अर्थव्यवस्थाओं की वास्तविक जीडीपी के दहाई अंक की रफ्तार से विकास करने की उम्मीद है।
एसबीआई की मुख्य आर्थिक सलाहकार और रिपोर्ट की लेखिका सौम्या कांति घोष ने बताया कि 17 अर्थव्यवस्था की औसत वास्तविक जीडीपी के चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 0.1 प्रतिशत से दूसरी तिमाही में 12.2 प्रतिशत की गति से बढ़ने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि कंपनियों की पहली तिमाही के जारी परिणाम उनकी गतिविधि के पटरी पर लौटने के संकेत मिले हैं।
शोध में पहली तिमाही में 4069 कंपनियों के सकल मूल्य वर्द्धन (जीवीए) 28.4 प्रतिशत की दर से बढ़ा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2021-22 में देश की आर्थिक विकास दर का अनुमान रिजर्व बैंक के अनुमान से कम रखने का कारण विकास की गति का धीमा होने का संकेत है।