मिज़ाइल ऑनलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक़, ईरान के एक शीर्ष अभियोजक का कहना है कि ब्रिटिश सुरक्षा कंपनी G4S शहीद जनरल क़ासिम सुलेमानी की हत्या में शामिल थी।
अली अल-क़ासी मेहर का कहना है कि G4S कि जो बग़दाद एयरपोर्ट पर सुरक्षा प्रदान करती है, एयरपोर्ट पर उड़ानों को सुरक्षित करने की ज़िम्मेदारी उसी की थी, लेकिन जैसे ही जनरल सुलेमानी और उनकी टीम वहां पहुंची, कंपनी के तत्वों ने अमरीकी आतंकवादियों को उनके बारे में जानकारी दी।
ईरान की न्यायपालिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह ख़ुलासा, जनरल सुलेमानी की पहली बर्सी से कुछ दिन पहले ही किया है।
ग़ौरतलब है कि पिछले साल 3 जनवरी को अमरीका ने बग़दाद एयरपोर्ट के निकट जनरल सुलेमानी की कार पर ड्रोन हमला करके उन्हें और हशदुश्शाबी के डिप्टी कमांडर अबू मेहदी अल-मोंहदिस को शहीद कर दिया था।
इसके बाद, अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने स्वीकार किया था कि आईआरजीसी की क़ुद्स फ़ोर्स के कमांडर की हत्या का उन्होंने सीधा आदेश दिया था।
विश्व भर में अमरीका के इस अपराध की व्यापक निंदा हुई थी।
ईरान ने जनरल सुलेमानी के ख़ून का सख़्त इंतक़ाम लेने का संकल्प लिया है।
हालांकि लंदन स्थित G4S ने तेहरान के आरोप को ख़ारिज कर दिया है, लेकिन मेहर का कहना है कि कंपनी के ख़िलाफ़, 2,000 से ज़्यादा दस्तावेज़ों को इकट्ठा किया गया है।
G4S 2010 से बग़दाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सुरक्षा प्रदान करने के लिए ज़िम्मेदार है।