रियो। पैरालंपिक खेल सालों से बाधाओं पर विजय पाने का दुनियाभर में एक प्रतीक बन चुका है। इस बार चार पैरालंपिक एथलीटों ने पिछले महीने रियो में हुए ओलंपिक खेलों के 1500 मीटर की दौड़ की समय सीमा के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया है। हैरत की बात यह है कि ये सभी नेत्रहीन एथलीट हैं। पैरालंपिक में नेत्रहीन पुरुषों के लिए 1500 मीटर की दौड़ प्रतियोगिता टी-13 के फाइनल में पहले चार धावकों ने ओलंपिक में 1500 मीटर की दौड़ के विजेता मैथ्यू सेन्ट्रोविज का न सिर्फ रिकॉर्ड तोड़ा बल्कि उससे भी तेज गति से दौड़े।
अल्जीरिया के अब्देलातिफ बाका ने 3 मिनट 48।29 सेकेंड में दौड़कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाते हुए गोल्ड मेडल जीता जबकि इथोपिया के टैमिरू डैमिश ने सिल्वर और केन्या के हेनरी किरवा ने ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा किया। इसे संयोग ही कहा जाएगा कि अब्देलातिफ बाका के भाई फाउद चौथे नंबर पर आने से चूक गए जिसने यह दौड़ 3 मिनट 49।84 सेकेंड में पूरी की। हालांकि ये भी ओलंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट मैथ्यू से तेज दौड़ने में कामयाब रहे।
गौरतलब है कि सेन्ट्रोविज ने रियो ओलंपिक में 1500 मीटर की दौड़ प्रतियोगिता 3 मिनट 50 सेकेंड में पूरी की थी और गोल्ड मेडल जीता था। उनका यह प्रदर्शन साल 1932 के बाद सबसे ज्यादा समय में गोल्ड मेडल जीतने का एक रिकॉर्ड बना गया। गोल्ड मेडल जीतनेवाले अब्देलातिफ बाका ने कहा कि “यह आसान नहीं था। ” मैं इसके लिए दो साल तक नॉनस्टॉप दौड़ता रहा हूं और यह मेरे लिए बहुत ही कठिन था।”
रियो पैरालम्पिक्स में नेत्रहीन एथलीटों के लिए तीन वर्गों में T13 वर्गीकरण कम से कम गंभीर है। अन्य कैटगरी की तरह इसमें एथलीट गाइड या ब्लाइन्डफोल्ड्स का इस्तेमाल नहीं करते। हालांकि, T13 के फाइनल में पैरालंपिक एथलीट शुरुआत से ही तेज गति को बनाए हुए थे। 1500 मीटर की यह दौड़ प्रतियोगिता थोड़ी अलग होती है जिसमें शुरुआत में दौड़ धीमी होती है और बाद में उसमें तेजी आती है।