पुरातत्वविदों ने पेरू के तटीय क्षेत्र में एक महिला के पांच हज़ार साल पुराने अवशेष खोजे हैं। इस खोज से पता चलता है कि इस सभ्यता में न केवल पुरुष बल्कि महिलाएं भी नेतृत्वकारी भूमिका निभाती थीं।
पेरू के संस्कृति मंत्रालय ने गुरुवार को इस खोज की घोषणा की। महिला का शरीर असाधारण रूप से संरक्षित था, बाल, त्वचा और नाखून अभी भी दिखाई दे रहे थे। मंत्रालय ने कहा कि आमतौर पर इस क्षेत्र में केवल कंकाल के अवशेष ही पाए जाते हैं। मंत्रालय ने यह भी कहा कहा कि यह खोज 2016 और 2019 में एस्परो में पाए गए अन्य विशिष्ट दफनाए गए अवशेषों के समान है।
अंतर्राष्ट्रीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह महिला प्राचीन केरल सभ्यता के किसी प्रभावशाली वर्ग से संबंधित हो सकती है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि केर प्रशांत तट से लगभग 180 किलोमीटर दूर स्थित है और इसे अमरीका का सबसे पुराना शहर माना जाता है तथा विशेषज्ञों का मानना है कि इस शहर में प्राचीन मिस्र, चीनी और सुमेरियन सभ्यताएं निवास करती होंगी।
इस संबंध में पुरातत्ववेत्ता डेविड पालोमिनो ने मीडिया को बताया कि इस महिला का दफन बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि जिस तरह से शव को लपेटा गया था, और जिस तरह से उसकी त्वचा, बाल और नाखूनों को संरक्षित किया गया था, वह बिल्कुल वैसा ही है जैसे कि वह समाज में उच्च दर्जे की महिला थी।
महिला के दफन स्थल के निचले हिस्से में पाए जाने वाले सामान इस तरह हैं-
चार ईख की टोकरियाँ
एक सुई जिस पर नक्काशी की गई है
एक अमेजोनियन घोंघा खोल
एक टूकेन की चोंच जिसमें हरे और भूरे रंग के मोती जड़े हुए हैं
एक ऊनी कपड़ा
एक मछली पकड़ने का जाल
लगभग 30 मीठे आलू और बुनाई के औज़ार
डेविड पालोमिनो ने कहा कि महिला के अवशेषों से पता चलता है कि उसकी मृत्यु 20 से 35 वर्ष की आयु के बीच हुई थी।पुरातत्वविदों द्वारा दी गई जानकारी से पता चला है कि महिला के शव को सूती कपड़े, रश मैट और अन्य सामग्रियों में लपेटा गया था, साथ ही एक पैनल पर मैकॉ पंखों की कढ़ाई की गई थी, जिसे पौधे के रेशों के बंडलों पर एक जाल में नाजुक ढंग से व्यवस्थित किया गया था। महिला के अवशेषों के ऊपर मुड़े हुए धागों के बंडलों के साथ रेशों से बना एक हेडड्रेस रखा गया था।
संस्कृति मंत्रालय ने कहा कि सभी वस्तुएं तथा अवशेषों के उपचार से यह संकेत मिलता है कि महिला की मृत्यु के समय उसकी सामाजिक स्थिति उच्च थी। मंत्रालय का कहना है कि एक टीम महिला के स्वास्थ्य, मृत्यु और आहार से संबंधित पहलुओं की जांच कर रही है, साथ ही उसके अवशेषों के साथ मिली वस्तुओं की उत्पत्ति और उपयोग की भी जांच कर रही है।